कोलकाता, 20 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर जमकर हमला बोला और राज्य की मौजूदा स्थिति को “महाजंगलराज” करार देते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल का भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण राज्य के विकास में बाधक हैं।
मोदी ने नदिया जिले के ताहिरपुर में विशाल जनसभा को फोन और डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए लोगों से अपील की कि 2026 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मौका दें और “डबल इंजन” सरकार बनाएं। उन्होंने कहा कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का शासन जनता के लिए कष्टकारी है और राज्य का विकास रोक रहा है।
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कट मनी और कमीशन की प्रथा राज्य में व्याप्त है और सरकारी योजनाएं रुक गई हैं, जबकि विकास के लिए संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कारण हजारों करोड़ रुपये की कल्याणकारी योजनाएं रुकी हुई हैं।
मोदी ने बंगाल में भाजपा के चुनावी मुद्दों का समर्थन करते हुए कहा कि घुसपैठियों को टीएमसी का संरक्षण प्राप्त है और तृणमूल एसआईआर प्रक्रिया का विरोध कर उन्हें पहचान से बचा रही है। उन्होंने मतुआ समुदाय के योगदान और उनके धार्मिक नेताओं हरिचंद ठाकुर एवं गुरुचंद ठाकुर का उल्लेख करते हुए उनकी सराहना की।
प्रधानमंत्री ने राज्य में तृणमूल कांग्रेस के कुशासन का विरोध करते हुए कहा कि लोग पार्टी से मुक्ति चाहते हैं और राज्य की गलियों में “बांचते चाई, बीजेपी ताई” (जीने के लिए भाजपा चाहिए) का नारा गूंज रहा है।
मोदी ने त्रिपुरा में भाजपा की सरकार द्वारा हुए तेज विकास और बंगाल में तृणमूल शासन के दौरान विकास दर में गिरावट की तुलना करते हुए कहा कि तृणमूल ने वामपंथी दलों की बुराइयां अपने शासन में शामिल कर ली हैं। उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा तेजी से आगे बढ़ रहा है, जबकि बंगाल तृणमूल के शासन के तहत पीछे है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से वचन लिया कि बंगाल लौटने पर वे भाजपा की राज्य के लिए दृष्टि साझा करेंगे और राज्य में विकास और शांति सुनिश्चित करने के लिए पार्टी की पूरी ताकत लगाएंगे।
