डिब्रूगढ़, 20 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को असम के डिब्रूगढ़ जिले में 10,600 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले नए अमोनिया-यूरिया संयंत्र की आधारशिला रखेंगे। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से न केवल असम बल्कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र की उर्वरक जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर असम पहुंचे हैं। इस दौरान वह राज्य में लगभग 15,600 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। यह दौरा विधानसभा चुनाव से करीब तीन महीने पहले हो रहा है, जिसे राजनीतिक रूप से भी अहम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी बयान के अनुसार, दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री डिब्रूगढ़ जिले के नामरूप स्थित ब्रह्मपुत्र घाटी उर्वरक निगम लिमिटेड (बीवीएफसीएल) परिसर में प्रस्तावित अमोनिया-यूरिया संयंत्र की आधारशिला रखेंगे। पीएमओ ने कहा कि यह परियोजना किसानों के कल्याण को लेकर प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को मजबूती प्रदान करेगी।
बयान में कहा गया है कि इस संयंत्र के निर्माण से असम और पड़ोसी राज्यों की उर्वरक आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकेगा, आयात पर निर्भरता कम होगी, रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को गति मिलेगी। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, यह परियोजना औद्योगिक पुनरुत्थान और किसानों के हित में एक मजबूत आधार साबित होगी।
शिलान्यास समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जिसमें अपर असम के विभिन्न जिलों से हजारों लोगों के शामिल होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि अगले वर्ष मार्च–अप्रैल में असम विधानसभा की 126 सीटों के लिए चुनाव होने की संभावना है। ऐसे में प्रधानमंत्री का यह दौरा और विकास परियोजनाओं की घोषणा को राज्य के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इस वर्ष जुलाई में असम वैली फर्टिलाइजर एंड केमिकल्स कंपनी लिमिटेड (एवीएफसीसीएल) को डिब्रूगढ़ जिले के नामरूप में पंजीकृत किया गया था। मौजूदा बीवीएफसीएल परिसर के भीतर नए उर्वरक संयंत्र को इस साल मार्च में केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिली थी।
एवीएफसीसीएल असम सरकार, ऑयल इंडिया, नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड (एनएफएल), हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड और बीवीएफसीएल के बीच एक संयुक्त उपक्रम है, जिसका उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र में उर्वरक उत्पादन को बढ़ावा देना है।
