लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर गुरुवार को राजधानी लखनऊ स्थित पार्टी के राज्य मुख्यालय सहित प्रदेश के सभी जनपदों में वीरशिरोमणि राजा बिजली पासी की जयंती श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई।
राज्य मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में महाराजा बिजली पासी के चित्र पर अखिलेश यादव की ओर से पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने माल्यार्पण कर नमन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
अखिलेश यादव का मानना है कि महाराजा बिजली पासी 12वीं सदी के महान और वीर योद्धा थे। उन्होंने वर्ष 1148 से 1184 ईस्वी तक अवध क्षेत्र के बड़े हिस्से पर शासन किया। वे 12 किलो के स्वामी थे और दलित समाज के गौरव के रूप में उन्हें विशेष सम्मान के साथ याद किया जाता है। महाराजा बिजली पासी ने बिजनौर (विजय) और नथवागढ़ सहित कई जिलों का निर्माण कराया और वे अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने वाले साहसी योद्धा के रूप में प्रसिद्ध रहे।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के सांसद आर.के. चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल, पूर्व सांसद अरविन्द कुमार सिंह, पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा, पूर्व एमएलसी शशांक यादव, पूर्व विधायक आशा किशोर, पूर्व विधायक राजनारायण बिंद, प्रदेश उपाध्यक्ष सी.एल. वर्मा, जिलाध्यक्ष जयसिंह जयंत, राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता सभा कृष्ण कन्हैया पाल, प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता सभा सिकंदर यादव सहित अनेक वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
इसके अलावा शब्बीर अहमद खान, अनिल पासी, मनोज पासवान, डॉ. राजवर्धन जाटव, डॉ. जयवीर पासी, अर्चना रावत, राजबाला रावत, शिखा रावत, एस.के. राय, के.के. श्रीवास्तव, डॉ. हरिश्चन्द्र सिंह, राधेश्याम सिंह, कुलदीप सिंह यादव, रामनरायन रावत, शिवकुमार रावत ‘टाइगर’, छवी लाल रावत, सत्येन्द्र रावत, चन्द्रिका पाल, राहुल लोधी, नितिक रावत, संदीप यादव, धर्मेन्द्र यादव, सुनील गौतम, भगवान दीन गौतम, हलीम खान, अमित ठाकुर, मुसाफिर यादव, दशरथ यादव, छेदा लाल यादव, कुशल रावत, महेश पासी, मुन्ना पाल, मनीष यादव, कुलदीप रावत, राजीव गुप्ता, अजय सिंह, मनोज पाल, जावेद अली सहित बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने महाराजा बिजली पासी को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने महाराजा बिजली पासी के संघर्ष, शौर्य और सामाजिक न्याय के लिए उनके योगदान को याद करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया।
