लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रदेशीय मुख्यालय, लखनऊ में किसान मसीहा एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 123वीं जयंती हर्षोल्लास और गरिमामय वातावरण में मनाई गई। इस अवसर पर पार्टी कार्यालय परिसर स्थित चौधरी साहब की प्रतिमा के समक्ष वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ एवं हवन का आयोजन किया गया, जिसमें रालोद के वरिष्ठ पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने आहुति देकर उन्हें नमन किया।
यज्ञ में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामाशीष राय, राष्ट्रीय महासचिव अनिल दुबे, राष्ट्रीय सचिव विजय श्रीवास्तव सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने सहभागिता की। हवन-पूजन के उपरांत प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामाशीष राय एवं राष्ट्रीय महासचिव अनिल दुबे के नेतृत्व में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने विधान भवन स्थित चौधरी चरण सिंह जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान “चौधरी साहब अमर रहें” और “जब तक सूरज-चांद रहेगा, चौधरी साहब का नाम रहेगा” जैसे नारों से विधान भवन परिसर गूंज उठा।
इसके पश्चात पार्टी कार्यालय में “वर्तमान परिस्थितियों में चौधरी चरण सिंह की विचारधारा एवं नीतियों की प्रासंगिकता” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का संचालन प्रदेश मीडिया प्रभारी मयंक त्रिवेदी ने किया।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामाशीष राय ने कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों, ग्रामीण भारत और सामाजिक न्याय की सशक्त आवाज थे। उन्होंने कहा कि गांव और किसान को केंद्र में रखे बिना देश का समग्र विकास संभव नहीं है। आज जब किसान अनेक चुनौतियों से जूझ रहा है, ऐसे समय में चौधरी साहब की नीतियां और अधिक प्रासंगिक हो गई हैं। उन्होंने दोहराया कि राष्ट्रीय लोकदल किसानों के हक और सम्मान की लड़ाई पूरी मजबूती से लड़ता रहेगा।
राष्ट्रीय महासचिव अनिल दुबे ने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी सिद्धांतों और ईमानदारी की राजनीति के प्रतीक थे। उन्होंने किसानों को राष्ट्र की रीढ़ मानते हुए उनके अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष किया। रालोद चौधरी साहब के सपनों के भारत के निर्माण के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है।
गोष्ठी में राष्ट्रीय सचिव विजय श्रीवास्तव ने चौधरी चरण सिंह की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रदेश उपाध्यक्ष आदित्य विक्रम सिंह ने कहा कि किसानों और युवाओं को साथ लेकर ही चौधरी साहब के सपनों को साकार किया जा सकता है। वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष रजनीकांत मिश्रा ने उनके जीवन को ईमानदार और संघर्षशील राजनीति की मिसाल बताया।
रालोद व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने कहा कि चौधरी साहब की नीतियों से ग्रामीण और व्यापारिक अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली। प्रोफेशनल मंच के प्रदेश अध्यक्ष अम्बुज पटेल ने उनके समावेशी विकास के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष परिणीता सिंह ने उन्हें किसानों का सच्चा हितैषी बताया, जबकि छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष अमन पाण्डे ने कहा कि चौधरी चरण सिंह की विचारधारा आज भी युवाओं और छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत है।
कार्यक्रम में प्रदेश कोषाध्यक्ष बी.एल. प्रेमी, श्रम प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष महेश पाल धनगर, महासचिव संतोष यादव सहित अनेक पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन चौधरी चरण सिंह के विचारों को आत्मसात कर उनके बताए मार्ग पर चलने के संकल्प के साथ किया गया।
