हरिद्वार, 22 दिसंबर ।उत्तराखंड के हरिद्वार में गंगा तट पर स्थित उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के होटल भागीरथी में क्रिसमस पर्व के अवसर पर प्रस्तावित कार्यक्रम को हिंदू संगठनों के कड़े विरोध के बाद रद्द कर दिया गया है। होटल प्रबंधन ने सोमवार को इसकी पुष्टि की।
होटल भागीरथी के अनुसार, 24 दिसंबर को बच्चों के लिए आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर विरोध बढ़ने के बाद निरस्त करने का निर्णय लिया गया। जैसे ही होटल में क्रिसमस से जुड़े आयोजन की जानकारी सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई, विभिन्न हिंदू संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
हरिद्वार में हर की पौड़ी और आसपास के गंगा घाटों का प्रबंधन करने वाली श्री गंगा सभा के पदाधिकारी उज्जवल पंडित ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर गंगा किनारे क्रिसमस जैसे आयोजनों को बर्दाश्त न किए जाने की चेतावनी दी थी। उन्होंने आयोजकों से कार्यक्रम तत्काल रद्द करने की मांग की थी। गंगा सभा के गंगा सेवक दल के सचिव ने कहा कि गंगा तट पर “विदेशी संस्कृति” के आयोजनों से हरिद्वार की धार्मिक गरिमा और गंगा की पवित्रता प्रभावित होती है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी इस आयोजन पर आपत्ति जताई। संघ के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख पदमजी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि चाहे आयोजन कोई भी संस्था करे, सभी को हरिद्वार की धार्मिक मान्यताओं, परंपराओं और गरिमा का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरिद्वार देवभूमि है और यहां की सांस्कृतिक परंपराओं को बिगाड़ने का किसी को अधिकार नहीं है।
इस बीच होटल प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि वह हरिद्वार की धार्मिक मर्यादाओं के विरुद्ध किसी भी प्रकार का आयोजन नहीं कर रहा था। होटल के संचालक नीरज गुप्ता ने बताया कि होटल में केवल रिसेप्शन पर क्रिसमस ट्री सजाया गया था और बच्चों के लिए कुछ खेल गतिविधियां प्रस्तावित थीं। उन्होंने कहा कि गंगा तट पर भव्य गंगा आरती का आयोजन किया जाना था और भोजन पूरी तरह शुद्ध शाकाहारी रखा गया था।
गुप्ता ने यह भी कहा कि हरिद्वार की परंपराओं को ध्यान में रखते हुए होटल में मांसाहारी भोजन और कॉकटेल आदि पहले से ही प्रतिबंधित हैं। हालांकि, हिंदू संगठनों की आपत्तियों को देखते हुए अब बच्चों के लिए प्रस्तावित कार्यक्रम भी पूरी तरह रद्द कर दिया गया है और 24 दिसंबर को केवल गंगा तट पर भव्य आरती का आयोजन किया जाएगा।
