अदीस अबाबा, 17 दिसंबर ।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को इथियोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और इथियोपिया क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और कनेक्टिविटी के मामले में “प्राकृतिक साझीदार” हैं। उन्होंने जोर दिया कि दोनों देश एक ऐसे विश्व के लिए काम कर रहे हैं जो “अधिक न्यायपूर्ण, समान और शांतिपूर्ण” हो।
मोदी ने कहा कि शेरों की धरती इथियोपिया में आकर उन्हें खुशी हो रही है और स्थानीय भाषा में सांसदों का अभिवादन किया। उन्होंने अपने गृह राज्य गुजरात और इथियोपिया की शेरों की भूमि के बीच समानता का जिक्र करते हुए कहा कि वे इस अवसर पर घर जैसा महसूस कर रहे हैं। उनके भाषण के दौरान सांसदों ने कई बार तालियां बजाईं।
प्रधानमंत्री ने भारत और इथियोपिया के बीच रक्षा सहयोग समझौते का हवाला देते हुए कहा कि यह दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को मजबूत करेगा। समझौते के तहत साइबर सुरक्षा, रक्षा उद्योग, संयुक्त अनुसंधान और क्षमता निर्माण में सहयोग शामिल है। मोदी ने कहा कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक संघर्ष में भी एकजुट हैं और उन्होंने पहलगाम हमले के बाद इथियोपिया की एकजुटता के लिए आभार व्यक्त किया।
मोदी ने भारत और इथियोपिया के सभ्यतागत और सांस्कृतिक संबंधों को रेखांकित करते हुए कहा कि दोनों देशों के पूर्वजों ने केवल वस्तुओं का ही नहीं बल्कि विचारों और जीवनशैली का भी आदान-प्रदान किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र केवल एक शासन प्रणाली नहीं बल्कि जीवन जीने का तरीका है, जो बहस, मतभेद और कानून के शासन से आकार लेता है।
प्रधानमंत्री ने भारत और इथियोपिया के आर्थिक संबंधों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियां इथियोपिया में सबसे बड़े निवेशकों में से हैं और उन्होंने पांच अरब डॉलर से अधिक का निवेश कर 75,000 से अधिक रोजगार सृजित किए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय शिक्षकों ने इथियोपिया के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
मोदी ने घोषणा की कि भारत और इथियोपिया ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को “रणनीतिक साझेदारी” के स्तर तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत द्वारा 150 से अधिक देशों को दवाइयां और टीके भेजने और इथियोपिया को 40 लाख से अधिक टीके उपलब्ध कराने का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने इथियोपिया की हरित पहल का समर्थन करते हुए संसद परिसर में एक पौधा भी लगाया। उन्होंने अदवा विजय स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और इसे इथियोपिया की साहस, एकता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक बताया।
मोदी की यह इथियोपिया यात्रा उनकी चार दिवसीय दौरे का हिस्सा है, जो मंगलवार को जॉर्डन से शुरू हुई थी और इसके बाद वह ओमान के लिए रवाना होंगे। उन्होंने कहा कि भारत और अफ्रीका के बीच उनके 11 वर्षों के शासनकाल में संबंध कई गुना मजबूत हुए हैं और दोनों देशों की दोस्ती समय के साथ और मजबूती से विकसित हो रही है।
