लखनऊ, 15 दिसंबर : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी परीक्षा अभ्यर्थियों के साथ कथित पुलिस उत्पीड़न की कड़ी निंदा करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें पुलिसकर्मियों को आंदोलनरत अभ्यर्थियों को पकड़कर जबरन हटाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, “बेरोजगारी की पीड़ा से गुजर रहे युवाओं के साथ अमानवीय तरीके से मारपीट और बाल पकड़कर अपमानित करना भाजपा सरकार के सत्ता के अहंकार को दर्शाता है, जो अमानुषिक रूप में अपनी ताकत दिखा रहा है।”
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा को यह नहीं भूलना चाहिए कि पढ़ने वाले युवा लड़ना नहीं चाहते, बल्कि वे केवल नौकरी की प्रक्रिया को पारदर्शी और शुद्ध बनाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम प्रतियोगी अभ्यर्थियों के साथ नैतिक बल बनकर खड़े हैं।”
यादव ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा प्रणाली और चयन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें खामियां और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं। उन्होंने इन आरोपों की जांच के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की पुरजोर मांग की।
अपने पोस्ट में उन्होंने कहा कि भाजपा को युवाओं के साथ किए गए इस बर्बरतापूर्ण व्यवहार के लिए कभी माफी नहीं मिलेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के एजेंडे में नौकरी है ही नहीं और “भाजपा जाएगी तभी नौकरी आएगी।”
अखिलेश यादव के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रयागराज पुलिस आयुक्तालय (नगर क्षेत्र) के एक पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने छात्रों के उत्पीड़न से इनकार किया। पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कुछ प्रतियोगी छात्र उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं और शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस मौके पर मौजूद है।
बयान में कहा गया कि धरना दे रहे छात्रों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया जा रहा है और यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई की गई है। डीसीपी ने दावा किया कि पुलिस और छात्रों के बीच किसी भी तरह की झड़प की खबरें पूरी तरह असत्य और निराधार हैं तथा मौके पर शांति व्यवस्था कायम है।
इस बीच, सपा प्रदेश मुख्यालय से जारी एक अलग बयान में भी अखिलेश यादव ने प्रयागराज में लोक सेवा आयोग में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे युवाओं के साथ अमानवीय व्यवहार की निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने छात्र-नौजवानों के साथ छल किया है और उनसे किए गए वादों को पूरा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में भ्रष्टाचार चरम पर है और हर विभाग में लूट तथा भ्रष्टाचार व्याप्त है, जिसका खामियाजा प्रदेश का युवा भुगत रहा है।
