मकान मालिकों पर भी कसा शिकंजा, मादक पदार्थ मामलों में दर्ज हुए कई केस
नई दिल्ली, 8 दिसंबर : दिल्ली पुलिस ने द्वारका जिले में अवैध प्रवासियों और नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ एक महीने तक चलाए गए विशेष अभियान ‘ऑपरेशन क्लीन स्वीप’ के तहत बड़ी कार्रवाई की है। अभियान के बाद 130 विदेशी नागरिकों को उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया के तहत निरुद्ध केंद्र में भेज दिया गया है। यह जानकारी सोमवार को पुलिस अधिकारियों ने दी।
निरुद्ध केंद्र भेजे गए अवैध विदेशी नागरिकों में नाइजीरिया के 87, आइवरी कोस्ट के 11, कैमरून के 10, घाना के 10, सेनेगल के 4, लाइबेरिया के 3, सिएरा लियोन के 2, युगांडा के 2 और गिनी के 1 नागरिक शामिल हैं। पुलिस के अनुसार इनमें से कई लोग वीज़ा अवधि समाप्त होने के बाद भी रुके हुए थे, जबकि कुछ बिना कानूनी दस्तावेजों के द्वारका क्षेत्र में किराए के मकानों में रह रहे थे।
द्वारका जिले के सभी थानों में यह अभियान व्यापक स्तर पर चलाया गया। अवैध प्रवासियों की अधिकता वाले इलाकों का नक्शा तैयार किया गया और सघन सत्यापन अभियान चलाकर उनकी पहचान की गई।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह ने बताया कि विदेशी नागरिकों के अवैध रूप से अधिक समय तक रहने और मकान मालिकों द्वारा पुलिस सत्यापन के बिना मकान किराए पर देने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। जांच में ऐसे 25 से अधिक मकान मालिक चिन्हित किए गए, जिनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है।
अभियान के दौरान एनडीपीएस अधिनियम के तहत 26 और विदेशी अधिनियम के तहत 14 मामले दर्ज किए गए। सभी अवैध विदेशी नागरिकों को विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) के समक्ष पेश किया गया, जिसके बाद उन्हें देश वापस भेजने के आदेश जारी किए गए।
द्वारका पुलिस ने कहा है कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे अभियान आगे भी जारी रहेंगे।
