“सिद्धू बताएं, मंत्री और पीसीसी अध्यक्ष बनने के लिए कितने पैसे दिए थे” – सुखजिंदर रंधावा
नई दिल्ली, 8 दिसंबर। कांग्रेस नेता नवजोत कौर सिद्धू द्वारा ‘‘मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए 500 करोड़ रुपये’’ वाली टिप्पणी के बाद पार्टी के भीतर राजनीतिक उथल-पुथल तेज हो गई है। पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव सुखजिंदर रंधावा ने सोमवार को इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए सिद्धू परिवार पर तीखा हमला बोला। रंधावा ने सवाल उठाया कि जब नवजोत सिंह सिद्धू को मंत्री और बाद में पंजाब कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) का अध्यक्ष बनाया गया था, तब उन्होंने “कितने पैसे दिए थे?”
संसद भवन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए रंधावा ने कहा, “नवजोत सिद्धू भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए थे और उन्हें मंत्री बनाया गया। उन्हें बताना चाहिए कि इसके लिए कितने पैसे दिए थे। उन्हें नंबर दो मंत्री बनाया गया था, क्या उसके लिए भी कोई भुगतान किया गया?” उन्होंने आगे कहा, “फिर उन्हें पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। इसका मूल्य क्या था?”
रंधावा ने कहा कि कांग्रेस को किसी बाहरी खतरे से नहीं, बल्कि पार्टी के अंदर मौजूद ऐसे नेताओं से खतरा है जो बिना आधार वाले आरोप लगाकर पार्टी की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने दावा किया, “पार्टी सर्वोच्च है, पार्टी अध्यक्ष सर्वोच्च है… मुख्यमंत्री बाद में आता है।”
उन्होंने नवजोत कौर सिद्धू पर भी निशाना साधते हुए कहा, “मेरी बहन नवजोत कौर को बताना चाहिए कि सिद्धू ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए कितने पैसे दिए। ढाई-तीन साल से पंजाब के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ना झेलनी पड़ी, तब सिद्धू चुप क्यों रहे?”
रंधावा ने यह भी कहा कि नवजोत कौर सिद्धू प्रियंका गांधी वाड्रा से अपनी निकटता का दावा करती रही हैं, लेकिन जब प्रियंका धुरी दौरे पर गईं, तो नवजोत सिद्धू ने “अनुशासनहीनता” दिखाई।
नवजोत कौर सिद्धू के बयान के बाद पंजाब कांग्रेस में खलबली मच गई है और बयानबाज़ी का सिलसिला तेज होने के संकेत मिल रहे हैं।
