शाहजहाँपुर। यातायात माह 2025 के अंतर्गत शुक्रवार को पं. रामप्रसाद बिस्मिल राज्य स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय में सड़क सुरक्षा पर जागरूकता गोष्ठी आयोजित की गई। यह कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी नगर पंकज पंत के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
गोष्ठी में प्रभारी यातायात विनय कुमार पाण्डेय ने प्रशिक्षु चिकित्सकों को सड़क सुरक्षा के वैज्ञानिक, व्यवहारिक और मानवीय पहलुओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाएँ समय से पहले मौतों का बड़ा कारण हैं और “एक छोटी सी लापरवाही पूरे परिवार को तबाह कर सकती है।”

प्रशिक्षुओं को दिए गए मुख्य संदेश:
नाबालिग को वाहन न चलाने देना
दोपहिया वाहन पर हेलमेट और चारपहिया वाहन में सीटबेल्ट अनिवार्य
ड्राइविंग के दौरान मोबाइल का उपयोग न करना
एम्बुलेंस और आपातकालीन वाहनों को प्राथमिकता देना
‘राहवीर’ बनकर घायल को गोल्डन आवर में अस्पताल पहुँचाना
पाण्डेय ने बताया कि राहवीरों को ₹25,000 पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र और इलाज में ₹1.50 लाख तक की सरकारी सहायता मिलती है। उन्होंने कहा, “जागरूक नागरिकता ही दुर्घटनामुक्त शाहजहाँपुर का निर्माण कर सकती है।”
कार्यक्रम में प्रो. डॉ. अमित सक्सेना सहित मेडिकल कॉलेज के कई शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे।

हथोड़ा चौराहे पर रेट्रो-रिफ्लेक्टिव अभियान:
कोहरे के मौसम से पहले सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यातायात पुलिस ने वर्क संस्था के सहयोग से हथोड़ा चौराहे पर विशेष अभियान चलाया। अभियान में ट्रैक्टर–ट्रॉली पर रेट्रो-रिफ्लेक्टिव टेप लगाए गए, राहगीरों को पम्पलेट वितरित किए गए और धुंध में सुरक्षित वाहन संचालन के सुझाव दिए गए।
पुलिस टीम ने वाहन चालकों को गति धीमी रखने, लो-बीम लाइट का उपयोग करने और उचित दूरी बनाए रखने की सलाह दी। अभियान का उद्देश्य धुंध और रात में वाहनों की दृश्यता बढ़ाकर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है।
