नयी दिल्ली, 24 नवंबर । ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन में लगातार अच्छे नतीजे हासिल करने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को अपनी शारीरिक फिटनेस पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि आज के समय में चोटें आम होती जा रही हैं और मौजूदा पीढ़ी, खासकर महिला खिलाड़ियों में, आक्रामकता की कमी दिखाई देती है।
लीजेंड्स विज़न लीगेसी टूर इंडिया के सिलसिले में दिल्ली पहुंचीं साइना ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि खिलाड़ियों को लंबे समय तक उच्च स्तर पर बने रहने के लिए शरीर को मजबूत बनाना बेहद ज़रूरी है। उन्होंने कहा, “हमें प्रदर्शन में निरंतरता चाहिए। सात्विक–चिराग, लक्ष्य सेन, सिंधू और आने वाली नई पीढ़ी से देश को उम्मीदें हैं। हमें नतीजे चाहिए और इसके लिए शारीरिक फिटनेस का बेहतर होना सबसे महत्वपूर्ण है।”
साइना ने जोर देकर कहा कि खिलाड़ियों को अच्छे ट्रेनर और फिजियो की सहायता लेनी चाहिए। उनके अनुसार, “अगर शरीर 100 प्रतिशत फिट है तो कोचिंग मुश्किल नहीं लगती। लगातार खिताब जीतने के लिए शरीर पर सबसे ज्यादा काम करना पड़ता है। विक्टर एक्सेलसेन और कैरोलिना मारिन इसीलिए सफल हुए क्योंकि उन्होंने शारीरिक क्षमता को नए स्तर पर पहुंचाया।”
पुरुष एकल खिलाड़ी लक्ष्य सेन के हालिया प्रदर्शन पर साइना ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। लक्ष्य सेन ने 2025 सत्र का पहला खिताब ऑस्ट्रेलियाई ओपन सुपर 500 जीतकर अपने फॉर्म में वापसी के संकेत दिए हैं। साइना ने कहा, “जीत से आत्मविश्वास बढ़ता है। उसने बहुत अच्छा खेल दिखाया। ओलंपिक में भी उसका प्रदर्शन शानदार था। वह शीर्ष स्तर का खिलाड़ी है, इसलिए उससे हमेशा जीत की उम्मीद रहती है। इस समय वह भारत का सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी है, इसलिए उस पर अतिरिक्त दबाव रहता है, लेकिन वह इसे बखूबी संभाल रहा है।”
मौजूदा भारतीय महिला खिलाड़ियों की तुलना में खुद और पीवी सिंधू के शुरुआती करियर को याद करते हुए साइना ने कहा कि नई पीढ़ी में आक्रामकता पहले जैसी नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं और सिंधू दोनों ही खेल में अधिक आक्रामक और ताकतवर थे। हम 18 साल की उम्र तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत उपस्थिति दर्ज करा चुके थे। आज की पीढ़ी में शायद वही तेज़ी और आक्रामकता थोड़ी कम दिखाई देती है।”
साइना का मानना है कि यदि भारतीय खिलाड़ी अपनी शारीरिक फिटनेस को और मजबूत करें, तो आने वाले समय में भारत बैडमिंटन में और भी बड़ी सफलताएँ हासिल कर सकता है।
