दिल्ली में सर्दी के तेजी से बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने इस वर्ष शीतकालीन सुरक्षा योजना को और विस्तार दिया है। राजधानी में बेघर और जरूरतमंद लोगों के लिए 250 नए शेल्टर होम (रैन बसेरे) शुरू किए गए हैं, जो आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। इन शेल्टरों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति ठंड की रातों में खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर न हो।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, नए आश्रय स्थलों में साफ बिस्तर, हीटर, गर्म पानी, चिकित्सा सहायता और सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। कई रैन बसेरों में महिलाओं और बच्चों के लिए अलग व्यवस्था भी की गई है। मोबाइल टीमों को भी लगाया गया है, जो रात के समय सड़कों, फुटपाथों और बस स्टॉप्स पर रह रहे लोगों को सुरक्षित आश्रय तक पहुंचाएंगी।
दिल्ली सरकार ने दावा किया कि राजधानी में बेघरों की वास्तविक संख्या का सर्वेक्षण करने के बाद इन शेल्टरों की क्षमता बढ़ाई गई है। पिछले साल की तुलना में इस बार अधिक कड़ाके की ठंड की आशंका जताई जा रही है, जिसके मद्देनज़र यह बड़ा कदम बताया जा रहा है।
सोशल वर्कर्स और NGOs ने इस पहल का स्वागत किया है, लेकिन यह भी कहा कि शेल्टरों के संचालन और रखरखाव पर विशेष ध्यान देना होगा, ताकि सुविधाएं सिर्फ कागज़ों में नहीं बल्कि जमीन पर भी प्रभावी दिखें। सरकार ने आगे भी जरूरत के अनुसार और रैन बसेरे खोलने का संकेत दिया है, ताकि सर्दियों के मौसम में कोई भी नागरिक बिना सुरक्षित छत के न रहे।
