लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोक भवन में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें राज्य के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य सचिव, गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक (DGP) समेत सभी मंडलायुक्त और जिलाधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोड़ा गया।
मुख्यमंत्री ने अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कानून व्यवस्था में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि “राज्य में निवेश और विकास तभी संभव है जब जनता सुरक्षित महसूस करे।” सीएम योगी ने आगामी त्योहारों को देखते हुए सभी जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती और संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ के विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि “हर योजना का लक्ष्य तय समय पर पूरा होना चाहिए। जनता की सुविधा के लिए काम में पारदर्शिता और जवाबदेही जरूरी है।”
इसके अलावा, सीएम योगी ने प्रदूषण नियंत्रण और गंगा सफाई मिशन की गति पर भी असंतोष जताया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट को बिना शोधन के नदी में न छोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “उत्तर प्रदेश देश का विकास इंजन है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि हर नागरिक को सुरक्षा, रोजगार और सम्मान मिले।” उन्होंने आने वाले विधानसभा सत्र के लिए विभागवार तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि जनता से जुड़े हर मुद्दे पर सरकार जवाबदेह रहेगी।
