दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 470 के पार पहुंच गया, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है। इस स्थिति में सांस लेना भी लोगों के लिए मुश्किल हो गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, बढ़ते वाहनों का धुआं, पराली जलाना और मौसम में नमी इस संकट को और बढ़ा रही है। दिल्ली सरकार ने स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस की व्यवस्था की है और निर्माण कार्यों पर अस्थायी रोक लगाई है। वहीं, वाहन चालकों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
दिल्ली के कई इलाकों—आनंद विहार, वजीरपुर, रोहिणी और आरके पुरम—में प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक दर्ज किया गया। डॉक्टरों ने बुजुर्गों और बच्चों को घर में रहने की सलाह दी है। दूसरी ओर, ट्रैफिक जाम ने स्थिति और बिगाड़ दी है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कई मुख्य मार्गों पर रूट डायवर्जन लागू किया है ताकि प्रदूषण और जाम दोनों पर नियंत्रण पाया जा सके।
पर्यावरणविदों का कहना है कि अगर तात्कालिक और सख्त कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में स्थिति और भयावह हो सकती है। दिल्लीवासियों को अब स्वच्छ हवा के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
