अमित शाह बोले- सीमांचल को घुसपैठियों का अड्डा बनाना चाहते हैं राहुल-तेजस्वी

पूर्णिया (बनमनखी) — केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को सीमांचल के बनमनखी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए महागठबंधन पर कड़ा हमला बोला और घुसपैठियों के मुद्दे को दोबारा तेज़ी से उठाया। शाह ने कहा कि घुसपैठिये स्थानीय लोगों का हक छीन रहे हैं और राहुल गांधी-तेजस्वी यादव सीमांचल को घुसपैठियों का अड्डा बनाना चाहते हैं।

सभा में अमित शाह ने कहा, “मैं सीमांचल में आया हूं। मैं सीमांचल वालों की बात जानने आया हूं। आप बताओ सीमांचल से घुसपैठियों को बाहर निकालना चाहिए या नहीं निकालना चाहिए।” उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन के प्रमुख नेता घुसपैठियों का बचाव कर रहे हैं और बिहार की धरती पर उनका अड्डा बनाना चाहते हैं। शाह ने यह भी कहा कि “हमलोग न केवल घुसपैठियों को निकालेंगे, बल्कि जमीन अधिग्रहण को भी जमींदोज कर देंगे।”

गृह मंत्री ने अपने भाषण में कांग्रेस-राजद गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य के आधे हिस्से ने पहले ही इस गठबंधन को नकार दिया है और एनडीए 160 से अधिक सीटें जीतकर बिहार में सरकार बनाएगा। उन्होंने महागठबंधन को “बिखरा हुआ ठगबंधन” बताया जबकि एनडीए को “पांच पांडवों वाला” गठबंधन करार दिया। शाह ने लोकजीत और विकास के एजेंडे के साथ एनडीए की सरकार की जरूरत पर ज़ोर दिया और कहा कि मोदी-नीतीश के नेतृत्व में बिहार एक विकसित राज्य बनेगा।

सभा के दौरान अमित शाह ने सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के बने रहने पर बल देते हुए चेतावनी भी दी: “अगर थोड़ी सी गलती हुई तो जंगलराज वापस आ जाएगा।” उन्होंने कहा कि पहले यहां दिनदहाड़े एमएलए की हत्या हुई थी, लेकिन नीतीश कुमार ने जंगलराज समाप्त किया। शाह ने यह भी आरोप लगाया कि राजद ने विवादित नेताओं को समर्थन दिया है और चेताया कि अब ऐसी किसी भी चीज़ की राज्य पर जगह नहीं रहने दी जाएगी।

शाह ने बनमनखी की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान का हवाला देते हुए स्थानीय दलित नेताओं और महापुरुषों का जिक्र किया और अपनी बात को मजबूत करने के लिए पिछली सरकारों के दौर के हालातों का स्मरण कराया। सभा में उपस्थित समर्थकों से उन्होंने एनडीए के पक्ष में मतदान कर सरकार बनाने की अपील की।

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