गाजियाबाद (उप्र), 5 नवंबर – गाजियाबाद पुलिस और अपराध शाखा ने दिल्ली-मेरठ रोड स्थित एक गोदाम से चार ट्रकों में छिपाकर रखी गई प्रतिबंधित कफ सिरप की 15.73 लाख से अधिक शीशियां जब्त की हैं। इस कार्रवाई में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, यह बड़ी कार्रवाई सोनभद्र पुलिस से मिली गुप्त सूचना के बाद की गई। सोनभद्र पुलिस ने हाल ही में इसी तरह की कफ सिरप की खेप ले जा रहे एक अन्य समूह को पकड़ने में सफलता हासिल की थी। इसके आधार पर नंदग्राम पुलिस और अपराध शाखा ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की और घूकना मोड़ के पास स्थित गोदाम में छापेमारी की।
अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) केशव कुमार चौधरी ने बताया कि चार ट्रक इंदौर से गुवाहाटी के लिए चूना पत्थर ले जाने के बहाने बुक किए गए थे। ट्रकों में ‘एस्कूफ’, ‘फेंसेडिल’ और ‘टपेंटाडोल’ सिरप छिपाकर रखा गया था। कुल मिलाकर, 1,150 डिब्बों में 15,73,500 शीशियां बरामद की गईं, जिनका अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 3.4 करोड़ रुपये है।
अधिकारियों ने बताया कि कोडीन आधारित कफ सिरप मूल रूप से चिकित्सकीय उपयोग के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन अब इनका नशे के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है। सरकार ने ऐसे सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है और हिमाचल प्रदेश के बद्दी स्थित एबॉट फार्मा जैसी कंपनियों ने दिसंबर 2024 में फेंसेडिल का उत्पादन बंद कर दिया था।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान सौरव त्यागी (37), शादाब (29), शिवकांत (32), संतोष भड़ाना (32), अंबुज (26), धर्मेंद्र (49), दीपू यादव (24) और सुशील यादव (35) के रूप में हुई है। पुलिस ने त्यागी और भड़ाना को इस गिरोह का मुख्य संचालक बताया। पूछताछ में उन्होंने कथित तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित कई राज्यों और बांग्लादेश में प्रतिबंधित कफ सिरप की आपूर्ति करने की बात कबूल की।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 20 लाख रुपये नकद, एक कार, दो लैपटॉप, सात रबर स्टैंप, 10 नकली सिम कार्ड और कई जाली दस्तावेज भी जब्त किए हैं। पुलिस ने मामले में जांच जारी रखी है और गिरोह के अन्य सदस्य तथा वितरण नेटवर्क को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।
