लखनऊ। नगर आयुक्त गौरव कुमार के निर्देश पर नगर निगम लखनऊ प्रशासन ने बिना ट्रेड लाइसेंस संचालित हो रहे व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ कड़ा अभियान शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत नगर निगम ने सभी जोनों को निर्देश दिया है कि जिन प्रतिष्ठानों ने अब तक ट्रेड लाइसेंस नहीं बनवाया है, उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
सदृश कार्रवाई के तहत रविवार को जोन 4 की टीम ने शहर के प्रमुख क्षेत्रों में कुल 9 शराब और बीयर की दुकानों व बारों को सील किया। इस कार्रवाई में हुसडिया चौराहा, कमता, साइबर हाइट्स, अहिमामऊ बाजार और पलासियो मॉल जैसे क्षेत्र शामिल रहे। नगर निगम टीम ने विराम खंड-1 हुसडिया चौराहा स्थित मॉडल शॉप, कमता विक्रांत खंड मॉडल शॉप, साइबर हाइट्स जाओ बार और जलवा बार, पलासियो मॉल की दो लिकर शॉप्स तथा अहिमामऊ बाजार की अंग्रेजी शराब और बीयर शॉप को सील किया। मल्हौर स्थित एक मॉडल शॉप को भी बंद किया गया।
हालांकि, इनमें से कुछ प्रतिष्ठानों ने रविवार शाम तक अपने लाइसेंस शुल्क का भुगतान कर दिया, जिसके बाद उन्हें निगम प्रशासन द्वारा पुनः खोलने की अनुमति दी गई।
नगर निगम प्रशासन ने कहा कि इस सख्त रुख का उद्देश्य शहर में व्यावसायिक गतिविधियों को नियमन में लाना और राजस्व संग्रह को सुदृढ़ बनाना है। निगम अधिनियम के तहत होटल, बार, नर्सिंग होम, क्लीनिक, औद्योगिक इकाई, रेस्टोरेंट, बीयर शॉप, मॉडल शॉप और शराब की दुकानें आदि के लिए ट्रेड लाइसेंस अनिवार्य है।
अभियान का नेतृत्व जोन 4 के जोनल अधिकारी संजय यादव ने किया। उनके साथ टैक्स सुपरिंटेंडेंट अनुराग उपाध्याय, बनारसी दास, टैक्स इंस्पेक्टर अजय वर्मा, विशाल श्रीवास्तव, लाइसेंसिंग विभाग की टीम और ईटीएफ सदस्य मौजूद थे। कार्रवाई पुलिस बल के सहयोग से की गई।
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने कहा, “शहर में व्यावसायिक गतिविधियों को नियमों के दायरे में लाना आवश्यक है। ट्रेड लाइसेंस न केवल वैधता प्रदान करता है, बल्कि स्वच्छता, सुरक्षा और राजस्व से भी जुड़ा है। सभी व्यवसायी समय रहते अपने लाइसेंस नवीनीकरण कराएं, अन्यथा आगे भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।”
नगर निगम ने स्पष्ट किया कि यह अभियान निरंतर जारी रहेगा और जिन प्रतिष्ठानों ने अभी तक ट्रेड लाइसेंस नहीं बनवाया है, उनके खिलाफ इसी प्रकार की सख्त कार्रवाई की जाएगी।
