लखनऊ। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से सक्रिय मौसम प्रणालियों के असर से उत्तर प्रदेश में अक्टूबर का आखिरी हफ्ता बारिश और ठंडक से भरा रहेगा। राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में सोमवार देर रात से बारिश जारी है, जिससे तापमान में छह डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक कई इलाकों में भारी बारिश और गरज-चमक की चेतावनी दी है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना गहन अवदाब तेजी से प्रबल होकर गंभीर चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ में बदल रहा है। यह 28 अक्टूबर की शाम या रात को आंध्र प्रदेश तट के काकीनाडा के पास टकरा सकता है। इसके बाद इसका असर उत्तर प्रदेश और बिहार के कई हिस्सों में दिखेगा। 29 से 31 अक्टूबर के बीच पूर्वांचल और बुंदेलखंड के जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है, जबकि 30 अक्टूबर को वाराणसी, गाजीपुर और मिर्जापुर में भारी वर्षा का पूर्वानुमान है।
सोमवार को लखनऊ, कानपुर, बांदा, झांसी और ललितपुर सहित कई जिलों में बादलों की आवाजाही और फुहारें बनी रहीं। बांदा में 14.6 मिमी और ललितपुर में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई। राजधानी में दिनभर बादल छाए रहे और हल्की बारिश के बीच तापमान 28 डिग्री तक लुढ़क गया। ठंडी हवाओं के चलते लोगों ने शाम होते ही गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए।
किसानों ने मौसम के इस बदलाव को देखते हुए धान की कटाई तेजी से शुरू कर दी है, ताकि बारिश से फसल को नुकसान न पहुंचे। मौसम विभाग के अनुसार, बारिश और ठंड का यह दौर दो दिन तक रहेगा। इसके बाद 31 अक्टूबर के बाद मौसम फिर से साफ होगा और तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी शुरू होगी।
फिलहाल यूपी में मोंथा चक्रवात का असर साफ दिख रहा है — आसमान में घने बादल, फुहारों के बीच ठंडी हवा और गिरता पारा — जिससे अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में सर्दी की शुरुआती दस्तक महसूस होने लगी है।
