गुजरात की राजनीति में बड़ा फेरबदल देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य के मंत्रिमंडल का पुनर्गठन आज सुबह 11:30 बजे गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में शपथ ग्रहण समारोह के साथ होगा। समारोह में राज्यपाल आचार्य देवव्रत नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की मुंबई यात्रा से लौटने के बाद सरकार के सभी 16 मंत्रियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा सौंप दिया। लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की अटकलें लगाई जा रही थीं, जो अब सच साबित हुई हैं। माना जा रहा है कि नए मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन के साथ-साथ चुनावी रणनीति को भी ध्यान में रखते हुए 21 के करीब मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है, जो पिछली संख्या 16 से अधिक है।
इस घटनाक्रम पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गुजरात में 10 मंत्री पद पहले से ही खाली थे और मुख्यमंत्री को अपनी नई टीम चुनने का अधिकार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यही वजह है कि मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है, ताकि नए चेहरों को मौका मिल सके।
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने भी गांधीनगर पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा और संगठन महामंत्री रत्नाकर के साथ राज्यपाल से मुलाकात की। इस दौरान एक विशेष बैठक और डिनर पर मंत्रिमंडल के गठन को लेकर गहन चर्चा हुई।
गुजरात के इस राजनीतिक घटनाक्रम को 2027 विधानसभा चुनावों की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें पार्टी नए समीकरणों के साथ उतरना चाहती है।
