जुबिन गर्ग की मौत की जांच: असम पुलिस ने प्रतिष्ठित हस्तियों को जानकारी साझा करने के लिए किया आमंत्रित

गुवाहाटी, 13 अक्टूबर । प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत की जांच के सिलसिले में असम पुलिस ने सोमवार को नागरिक समाज के प्रतिष्ठित सदस्यों के साथ पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से जुड़ी अहम जानकारियां साझा करने का निर्णय लिया है। हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया कि रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।

अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के विशेष पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने बताया कि जुबिन गर्ग की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जिसमें विसरा विश्लेषण के नतीजे भी शामिल हैं, केवल सीमित लोगों के साथ साझा की जाएगी। उन्होंने कहा, “यह कहना गलत होगा कि हम रिपोर्ट को सार्वजनिक कर रहे हैं। यह कोई सार्वजनिक दस्तावेज नहीं है। हमने नागरिक समाज के कुछ प्रतिष्ठित सदस्यों को आमंत्रित किया है और उन्हें वही जानकारी देंगे जो हम अभी साझा कर सकते हैं।”

गुप्ता ने यह नहीं बताया कि वे कौन-सी जानकारी साझा करेंगे, और न ही आमंत्रित किए गए लोगों के नाम का खुलासा किया। हालांकि, पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आमंत्रित लोगों में मुख्य रूप से टीवी समाचार चैनलों और समाचार पत्रों के संपादक शामिल हैं। इसके अलावा जुबिन गर्ग के परिवार के एक या दो सदस्यों को भी बैठक में बुलाया गया है, जो गुवाहाटी के उलुबारी स्थित पुलिस गेस्ट हाउस में आयोजित होगी।

सूत्रों के अनुसार, जुबिन गर्ग की मौत के मामले में अंतिम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और विसरा विश्लेषण की रिपोर्ट गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) द्वारा विशेषज्ञ समिति की मंजूरी के बाद पुलिस को सौंपी गई है। यह रिपोर्ट आगे अदालत के समक्ष पेश की जाएगी।

गौरतलब है कि जुबिन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल’ के दौरान समुद्र में तैरते समय रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी। पहले पोस्टमॉर्टम सिंगापुर में किया गया था, जबकि दूसरा पोस्टमॉर्टम 23 सितंबर को गुवाहाटी में किया गया। इसके तहत विसरा नमूने को विस्तृत विश्लेषण के लिए दिल्ली स्थित केंद्रीय फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेजा गया था।

मामले की जांच अपराध जांच विभाग के विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की जा रही है। जुबिन की मौत को लेकर असम में अब तक 60 से अधिक प्राथमिकियां दर्ज की जा चुकी हैं। राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने हाल ही में कहा था कि जांच अधिकारियों को विसरा रिपोर्ट से “स्पष्ट संकेत” प्राप्त हुए हैं, जिससे मामले की दिशा स्पष्ट हो सकती है।

जांच की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अत्यधिक सतर्कता बरत रही है और मामले से जुड़ी जानकारी फिलहाल सार्वजनिक मंच पर साझा नहीं की जा रही।

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