बीजिंग। चीन और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर तेज हो गया है। अमेरिका द्वारा चीनी वस्तुओं पर 100 प्रतिशत नए टैरिफ लगाने के फैसले के बाद बीजिंग ने कड़ी आपत्ति जताई है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि उसके रेयर अर्थ (दुर्लभ खनिज) निर्यात पर नियंत्रण अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों के तहत वैध हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका “दोहरी नीति” अपना रहा है — एक ओर वह वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की स्थिरता की बात करता है, वहीं दूसरी ओर चीनी उद्योगों पर दबाव बनाने के लिए अनुचित कर नीतियां लागू कर रहा है।अमेरिका का तर्क है कि नए टैरिफ का उद्देश्य अपने घरेलू उद्योगों को सशक्त बनाना और चीन पर तकनीकी निर्भरता घटाना है। हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक्स, और ऑटोमोबाइल उद्योगों की लागत बढ़ा सकता है। इस विवाद के चलते एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट और वैश्विक व्यापारिक माहौल में अस्थिरता देखी जा रही है। आर्थिक विशेषज्ञों का अनुमान है कि यदि दोनों देशों के बीच तनाव जारी रहा, तो इसका असर वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और निवेश प्रवाह पर भी पड़ेगा।
