गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों को आतंकी और नक्सली गतिविधियों पर सख्त निगरानी के निर्देश दिए

नई दिल्ली। देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें आतंकवाद, नक्सलवाद और सीमा पार से होने वाली घुसपैठ की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, गृह सचिव अजय भल्ला और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी शामिल रहे। गृह मंत्री ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया कि देश में सक्रिय आतंकी संगठनों और उनके सहयोगियों पर सख्त निगरानी रखी जाए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से जुड़े किसी भी नेटवर्क को बख्शा नहीं जाएगा और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाए। शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि आतंकवाद और नक्सलवाद दोनों पर केंद्र की “जीरो टॉलरेंस” नीति जारी रहेगी।
बैठक में जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित इलाकों की सुरक्षा स्थिति पर विशेष चर्चा हुई। गृह मंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित जिलों में विकास योजनाओं को गति दी जाए ताकि युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। साथ ही, उन्होंने राज्य सरकारों से समन्वय बढ़ाने और जमीनी स्तर पर खुफिया सूचना साझा करने की व्यवस्था को और मजबूत करने पर जोर दिया। अमित शाह ने सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और खुफिया एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आने वाले त्योहारों और चुनावी मौसम में किसी भी आतंकी साजिश को नाकाम किया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और केंद्र सरकार देश के नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रही है गृह मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि आने वाले महीनों में आतंकी गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाई जाएगी, जिसमें आधुनिक तकनीक और ड्रोन निगरानी का भी इस्तेमाल होगा।

Related Post

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *