लखनऊ: लोकबन्धु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय में मंगलवार को 15वां स्थापना दिवस एवं कायाकल्प सम्मान समारोह भव्य रूप से आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री माननीय ब्रजेश पाठक रहे।
अपने संबोधन में उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि लोकबन्धु चिकित्सालय ने अल्प समय में चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और यह प्रदेश के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में अपनी मजबूत पहचान बना चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि आम नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण, सुलभ और संवेदनशील स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसके लिए डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और अन्य कर्मचारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने चिकित्सालय के समस्त स्वास्थ्य कर्मियों के समर्पण और सेवा भावना की सराहना की।
समारोह में राज्यमंत्री माननीय मयंकेश्वर शरण सिंह, सरोजनीनगर विधायक राजेश्वर सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, अपर मुख्य सचिव अमित घोष, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. आर.पी. सिंह सुमन, महानिदेशक प्रशिक्षण डॉ. हरिदास अग्रवाल तथा महानिदेशक परिवार कल्याण डॉ. पवन कुमार अरुण सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान कायाकल्प योजना के अंतर्गत स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, मरीजों की सुविधाओं और सेवा गुणवत्ता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभागों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि कायाकल्प योजना से अस्पतालों की कार्यसंस्कृति में सकारात्मक बदलाव आया है और मरीजों की संतुष्टि में वृद्धि हुई है। भविष्य में भी स्वच्छता, अनुशासन और सेवा गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव कुमार दीक्षित एवं निदेशक व प्रमुख अधीक्षक डॉ. संगीता गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत करते हुए चिकित्सालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि लोकबन्धु चिकित्सालय निरंतर आधुनिक सुविधाओं का विस्तार कर रहा है और आने वाले समय में मरीजों को और बेहतर उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी अतिथियों, स्वास्थ्य कर्मियों और आयोजन से जुड़े लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
