नयी दिल्ली, 30 दिसंबर – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि की संभावनाओं को बढ़ाने वाले अगली पीढ़ी के सुधारों के माध्यम से विकास की गति में जो तेजी लाई है, उसकी दुनिया में सराहना हो रही है।
मोदी ने पेशेवर सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म ‘लिंक्डइन’ पर पोस्ट में कहा कि भारत अपने नवोन्मेषी लोगों की वजह से वैश्विक ध्यान का केंद्र बन गया है और अब दुनिया भारत को उम्मीद और भरोसे के साथ देख रही है। उन्होंने कहा कि भारत सुधारों पर केंद्रित ‘रिफॉर्म एक्सप्रेस’ में सवार है, जिसका इंजन देश की युवा आबादी और नागरिकों का अटूट संकल्प है।
प्रधानमंत्री ने 2025 को सुधारों के साल के रूप में याद किया, जिसमें सरकार ने संस्थाओं को आधुनिक बनाया, शासन को सरल किया और दीर्घकालीन समावेशी वृद्धि के लिए बुनियाद मजबूत की। उन्होंने जीएसटी सुधार, बीमा कंपनियों में 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति, श्रम कानूनों में बदलाव और ग्रामीण रोजगार गारंटी जैसे उपायों का उदाहरण दिया।
मोदी ने कहा कि जीएसटी के दो-स्तरीय कर ढांचे से घरों, एमएसएमई, किसानों और श्रम-गहन क्षेत्रों पर बोझ कम हुआ, विवादों में कमी आई और अनुपालन आसान हुआ। उन्होंने मध्यम वर्ग को दी गई राहत का जिक्र करते हुए कहा कि 12 लाख रुपये तक की आय वाले लोगों को अब आयकर नहीं देना होगा। इसके अलावा, 1961 के पुराने आयकर अधिनियम को बदलकर 2025 में आधुनिक और सरल आयकर अधिनियम लागू किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘छोटी कंपनियों’ की परिभाषा का विस्तार कर 100 करोड़ रुपये तक कारोबार करने वाली कंपनियों को शामिल किया गया, जिससे हजारों कंपनियों का अनुपालन बोझ कम होगा। बीमा क्षेत्र में एफडीआई से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।
उन्होंने चार आधुनिक श्रम संहिताओं, पांच समुद्री कानूनों और नए व्यापार समझौतों का भी उल्लेख किया, जिससे रोजगार बढ़ेगा, स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा और लॉजिस्टिक लागत में कमी आएगी। ग्रामीण रोजगार गारंटी को 100 से 125 दिन तक बढ़ाया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “ये सुधार सहानुभूति और डेटा आधारित निर्णयों के साथ तैयार किए गए हैं। ये भारत को भरोसे पर आधारित अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ले जाएंगे।” उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे भारत की विकास यात्रा में विश्वास बनाए रखें और देश के लोगों में निवेश कर उसकी वृद्धि गाथा को मजबूत करें।
