समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय में अधिवक्ता दिवस पर डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती सादगी से मनाई गई

लखनऊ, 3 दिसंबर: समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय में आज अधिवक्ता दिवस के अवसर पर स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती सादगी के साथ मनाई गई। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व कैबिनेटमंत्री  राजेन्द्र चौधरी ने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इसके साथ ही मोहनलालगंज लखनऊ से सांसद आर.के. चौधरी ने भी पुष्पांजलि अर्पित की।

अखिलेश यादव ने इस अवसर पर कहा कि भारतरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद न केवल महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे, बल्कि विद्वान नेता और प्रसिद्ध अधिवक्ता भी थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजाद भारत के संविधान निर्माण तक अतुलनीय योगदान दिया। डॉ. प्रसाद का योगदान भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम निर्वाचित राष्ट्रपति रहे और 1950 से 1962 तक भारतीय गणराज्य के राष्ट्रपति पद को संभाला।

इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं और अधिवक्ताओं ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसमें पूर्व सांसद अरविन्द सिंह, समाजवादी अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण कन्हैया पाल, प्रदेश अध्यक्ष सिकन्दर यादव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धीरज यादव, राष्ट्रीय महासचिव सिराज अहमद खां सहित अन्य पदाधिकारी और अधिवक्ता शामिल रहे। जूनियर अधिवक्ताओं में अमिताभ चंद्र यादव, मोनू सिंह यादव, वीर बहादुर, रणवीर यादव, अतीकुर्रहमान और शुभम कुमार शिब्बू ने भी कार्यक्रम में भाग लेकर डॉ. प्रसाद को श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के कानूनी ज्ञान, नेतृत्व और समाज सेवा के योगदान को याद किया और उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया। अधिवक्ता दिवस के इस अवसर ने न केवल न्याय और कानून के महत्व को रेखांकित किया, बल्कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के जीवन और उनके मूल्यों को सम्मान देने का अवसर भी प्रदान किया।

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