वाराणसी (उप्र), 5 नवंबर – वाराणसी के पावन घाटों पर बुधवार को आस्था, संस्कृति और परंपरा के महापर्व ‘देव दीपावली’ का भव्य आरंभ हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नमो घाट पर पहला दीप प्रज्वलित किया और वैदिक मंत्रोच्चार एवं ”हर हर महादेव’’ के उद्घोष के बीच महोत्सव की शुरुआत की।
सुबह कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में पवित्र डुबकी लगाई। शाम को घाटों पर लाखों दीपों की रोशनी ने पूरे शहर को दिव्यता और भव्यता के अद्भुत संगम में डुबो दिया। गंगा की लहरों पर दीपों की सुनहरी आभा ने ऐसा दृश्य प्रस्तुत किया मानो स्वर्ग धरती पर उतर आया हो।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, राज्य मंत्री रवीन्द्र जायसवाल, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य और महापौर अशोक तिवारी भी दीप प्रज्वलित करने में शामिल हुए। इसके बाद सभी अतिथियों ने क्रूज पर सवार होकर घाटों पर सजी देव दीपावली का अद्भुत नजारा देखा। जनता ने मुख्यमंत्री को देखकर ”हर हर महादेव’’ का जयघोष किया।
दशाश्वमेध घाट पर ‘अमर जवान ज्योति’ की अनुकृति स्थापित की गई, जहां कारगिल युद्ध के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस बार राज्य सरकार ने 10 लाख दीपों का लक्ष्य रखा था, लेकिन जन सहभागिता से संख्या बढ़कर 15 से 25 लाख तक पहुंच गई। इनमें एक लाख पर्यावरण अनुकूल गोबर के दीप भी शामिल थे।

परंपरा और आधुनिकता का संगम चेत सिंह घाट पर 25 मिनट के ‘थ्रीडी प्रोजेक्शन मैपिंग’ शो ‘काशी-कथा’ में दिखा, जिसमें धार्मिक एवं सांस्कृतिक दृश्य जीवंत किए गए। गंगा पार की रेत पर ‘सिंक्रोनाइज्ड क्रैकर्स शो’ और संगीतबद्ध आतिशबाजी ने भी पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना हुई और परिसर दीपों से जगमगा उठा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्थाओं के लिए घाटों पर एनडीआरएफ, जल पुलिस और महिला सुरक्षा टीमें तैनात रहीं। वाराणसी को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया और ड्रोन उड़ाने पर रोक लगाई गई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर भी देव दीपावली के मनमोहक दृश्यों का वीडियो साझा किया और सभी को पावन पर्व की बधाई दी। शाम 5.15 बजे घाटों पर दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण शुरू हुआ, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं और वीवीआईपी की उपस्थिति रही।
