स्वच्छता अभियान को मिलेगी नई तकनीकी गति, कचरा प्रबंधन होगा और अधिक वैज्ञानिक
लखनऊ। शहर की स्वच्छता व्यवस्था को आधुनिक तकनीक से सुदृढ़ करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए नगर निगम ने लाला लाजपत राय वार्ड के आखिलापुर क्षेत्र में पोर्टेबल कम्पैक्टर ट्रांसफर स्टेशन (PCTS) का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश खन्ना, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल उपस्थित रहीं।
इस अवसर पर विधायक डॉ. नीरज बोरा, पार्षद राघव राम तिवारी, अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह, जोनल अधिकारी आकाश कुमार, LSA प्रोजेक्ट हेड अभय रंजन, तथा नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
पीपीपी मॉडल के अंतर्गत तेजी से आगे बढ़ रहा है कचरा प्रबंधन
लखनऊ नगर निगम ने PPP मॉडल पर लखनऊ स्वच्छता अभियान प्राइवेट लिमिटेड को शहर के 5 जोनों—ज़ोन 1, 3, 4, 6 और 7—की सफाई और कचरा प्रबंधन की जिम्मेदारी दी है। इसमें डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, सेकेंडरी कलेक्शन, परिवहन, मशीन आधारित सफाई और PCTS/FCTS का निर्माण शामिल है।
परियोजना के तहत शहर में 32 PCTS/FCTS स्थापित किए जाने हैं, जिनमें से 13 स्टेशन अब तक चालू किए जा चुके हैं। शेष 11 स्टेशनों का निर्माण तेजी से प्रगति पर है। नगर निगम का लक्ष्य है कि साल 2025 के अंत तक 4 और स्टेशन शुरू कर दिए जाएँ और बाकी जनवरी 2026 तक पूर्ण हो जाएं।
आधुनिक तकनीक से लैस है जानकीपुरम आखिलापुर का नया PCTS
नए स्थापित स्टेशन में दो पोर्टेबल कम्पैक्टर लगाए गए हैं—एक गीले और एक सूखे कचरे के लिए।
क्षमता: 20 घन मीटर प्रति कम्पैक्टर
भार क्षमता: 15–16 मीट्रिक टन
निर्माताः Hyva
हुक लोडर वाहनः Bharat Benz (35 GVW)
इस प्रणाली से खुले में कचरा फेंकने की समस्या खत्म होगी, पशुओं की पहुंच सीमित होगी और कचरे का संग्रहण एवं परिवहन अधिक पर्यावरण-अनुकूल तरीके से होगा। यह SWM Rules के अनुपालन को भी मजबूत करेगा।
शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण में नंबर-1 बनाने का लक्ष्य
महापौर सुषमा खर्कवाल ने बताया कि निगम अब तक 1200+ इलेक्ट्रिक डोर-टू-डोर वाहन तथा इलेक्ट्रिक स्वीपिंग मशीनें तैनात कर चुका है। उन्होंने कहा कि लखनऊ ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024–25 में देश में तीसरा स्थान हासिल किया है और अब लक्ष्य पहला स्थान लाना है।
मुख्य अतिथि श्री सुरेश खन्ना ने कहा कि लखनऊ स्मार्ट सिटी के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है और यहाँ की आधुनिक स्वच्छता प्रणाली पूरे देश के लिए एक मॉडल बन सकती है। उन्होंने स्वच्छता में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी की अपील करते हुए कहा—
“नगर निगम की मशीनें और व्यवस्थाएँ तभी सफल होंगी जब नागरिक स्वच्छता को अपनी आदत बनाएँगे।”
