सपना राय के निवास पर भी गिर सकती है प्रशासन की गाज़
लखनऊ, 30 सितम्बर 2025 – एक समय देश की सबसे बड़ी कारोबारी हस्तियों में शुमार रहे सहारा इंडिया परिवार के संस्थापक सुब्रत राय का लखनऊ स्थित साम्राज्य अब धीरे-धीरे बिखरता नज़र आ रहा है। ताज़ा घटनाक्रम में लखनऊ नगर निगम ने गोमती नगर स्थित ‘सहारा सिटी’ की 130 एकड़ जमीन पर कब्ज़ा कर लिया है और ‘यह संपत्ति नगर निगम की है’ – ऐसा बोर्ड भी वहां लगा दिया गया है।

सहारा की भव्यता पर कानूनी शिकंजा
यह वही इलाका है जहां सुब्रत राय का आलीशान निजी आवास बना हुआ है, और उनके निधन के बाद अब उनकी पत्नी सपना राय उसी घर में रह रही हैं। नगर निगम की टीम ने 11 सितंबर 2025 को नोटिस जारी किया था, जिसके बाद सोमवार को कार्रवाई करते हुए जमीन पर अधिकार जताया गया।
अधिकारियों का कहना है कि अगर सपना राय स्वेच्छा से मकान खाली नहीं करतीं, तो अगली कार्यवाही के तहत आवास को सील कर दिया जाएगा।
क्यों हुई यह कार्रवाई?
साल 1994 में लखनऊ नगर निगम ने 170 एकड़ भूमि सहारा इंडिया हाउसिंग लिमिटेड को लीज़ और लाइसेंस डीड के आधार पर दी थी। इस परियोजना का उद्देश्य था:
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एक नियोजित आवासीय कॉलोनी का निर्माण
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लगभग 40 एकड़ ग्रीन एरिया का विकास
लेकिन नगर निगम के अनुसार, कंपनी ने अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं किया।
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1997 में ही लाइसेंस डीड रद्द कर दी गई थी
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उसके बाद से यह मामला कानूनी विवादों और अदालतों में उलझा रहा
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इस दौरान सहारा ने उसी भूमि पर अपना मुख्य आवास तैयार कर लिया, जो अब सपना राय का निवास है
क्या मिला आम नागरिकों को?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतने सालों में एक भी आवंटी को न तो मकान मिला, न प्लॉट। जबकि जमीन पर एक भव्य आवास खड़ा कर लिया गया, जो अब नगर निगम की कार्रवाई के दायरे में आ गया है। यह आवास लगभग एक लाख वर्ग फीट में फैला हुआ है, जिसमें सपना राय और उनके कर्मचारी निवास कर रहे हैं।
बड़ा झटका सहारा समूह को
इस कार्रवाई को सहारा समूह के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। पहले ही सुब्रत राय के निधन के बाद सहारा समूह की वित्तीय स्थिति और कानूनी चुनौतियों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अब लखनऊ जैसे प्रमुख शहर में साम्राज्य की जड़ों पर चोट, सहारा की ब्रांड और भावनात्मक विरासत दोनों के लिए गहरा आघात है।
