शाहजहांपुर: जनपद में रॉयल्टी जमा न करने वाले ईंट भट्ठा संचालकों के खिलाफ प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अरविंद कुमार ने शुक्रवार को जिला खनन अधिकारी, तहसीलदार एवं अन्य अधिकारियों के साथ थाना कांट क्षेत्र के पृथ्वीपुर और डिंगरपुर गांवों में संचालित ईंट भट्ठों का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान पृथ्वीपुर स्थित मां वैष्णो देवी ईंट भट्ठा उद्योग से रॉयल्टी भुगतान एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से संबंधित आवश्यक दस्तावेज मांगे गए, जिन्हें भट्ठा संचालक प्रस्तुत नहीं कर सका। इस पर एडीएम के निर्देश पर मौके पर मौजूद लगभग पांच हजार ईंटों को ट्रैक्टर चलवाकर नष्ट करा दिया गया।
इसी तरह डिंगरपुर स्थित इंडिया ब्रिक फील्ड पर भी बिना वैध कागजात के नई ईंटें बनाने की तैयारी पाई गई। यहां भी करीब पांच हजार ईंटें नष्ट की गईं। इसके अतिरिक्त एक अन्य भट्ठा खान ईंट उद्योग पर रॉयल्टी से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध न होने के कारण उसके कार्यालय को सील करने के आदेश दिए गए।

एडीएम अरविंद कुमार ने बताया कि जनपद शाहजहांपुर में लगभग 200 ईंट भट्ठे संचालित हैं। बीते एक वर्ष में रॉयल्टी एवं प्रदूषण से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत न करने पर 48 ईंट भट्ठों को बंद कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में भी 30 से 35 भट्ठे ऐसे हैं, जिन्होंने अब तक रॉयल्टी से जुड़े आवश्यक कागजात जमा नहीं किए हैं।
एडीएम ने सभी ईंट भट्ठा संचालकों को दो दिन के भीतर रॉयल्टी एवं अन्य वैधानिक दस्तावेज जमा करने की सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि समय सीमा के भीतर अनुपालन न करने वालों के खिलाफ आगे भी कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।
प्रशासन की इस कार्रवाई से जिले के ईंट भट्ठा संचालकों में हड़कंप मच गया है।
