नई दिल्ली, 5 नवंबर : निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बुधवार को स्पष्ट किया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची और फर्जी वोटों को लेकर लगाए गए आरोप “निराधार” हैं। आयोग ने कहा कि प्रदेश में न तो कांग्रेस के बूथ एजेंटों ने मतदाता सूची के खिलाफ कोई अपील दर्ज कराई और न ही किसी मतदान केंद्र पर एक से अधिक मतदान की शिकायत मिली।
आयोग ने राहुल गांधी के दावे का खंडन करते हुए कहा कि मतदाता सूची में 25 लाख फर्जी नाम होने और चुनाव “चोरी” होने के आरोपों का कोई आधार नहीं है। अधिकारियों ने सवाल उठाया कि कांग्रेस के बूथ स्तरीय एजेंट (बीएलए) ने यदि कोई अनियमितता देखी होती, तो उसे क्यों नहीं चिह्नित किया गया। आयोग ने यह भी बताया कि हरियाणा में कुल 23 चुनाव याचिकाएं दायर की गईं, जिनमें से केवल 22 लंबित हैं, और केवल दो विधानसभा क्षेत्रों की याचिकाएं चुनाव याचिका में शामिल हैं।
निर्वाचन आयोग ने राहुल गांधी से पूछा कि क्या वे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का समर्थन कर रहे हैं, जिसमें डुप्लिकेट, मृत और स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जाते हैं, या इसका विरोध कर रहे हैं। अधिकारियों ने तंज कसते हुए कहा कि बिहार और हरियाणा में कांग्रेस के बीएलए द्वारा कोई दावा या आपत्ति नहीं उठाई गई।
2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिलीं। इनेलो ने दो और निर्दलीय उम्मीदवारों ने तीन सीटें जीतीं। कई एग्जिट पोल में कांग्रेस की जीत का अनुमान था, लेकिन वास्तविक परिणाम भाजपा के पक्ष में रहे।
निर्वाचन आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि मतदाता सूची में “मकान संख्या शून्य” का अर्थ उन घरों से है जिनके लिए पंचायत या नगर पालिकाओं ने मकान नंबर आवंटित नहीं किया था। ऐसे मामलों में बूथ अधिकारी “शून्य” अंकित करते हैं। आयोग ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव पूरी तरह से मानक नियमों और प्रक्रियाओं के अनुसार संपन्न हुए।
इस तरह, आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी रहे।
