खगड़िया/नालंदा, 25 अक्टूबर : केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने शनिवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव यह तय करेगा कि राज्य में एक बार फिर “जंगलराज” लौटेगा या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की राह पर राज्य आगे बढ़ता रहेगा।
नालंदा के बिहारशरीफ और खगड़िया में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए शाह ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक गौरवगाथा को पुनर्स्थापित किया है, “जिसे अब 100 बख्तियार खिलजी भी मिटा नहीं सकते।” उन्होंने कहा कि आज बिहार में दो चरणों में शांतिपूर्ण चुनाव इसलिए संभव हैं क्योंकि राजग सरकार ने कानून-व्यवस्था को मजबूत किया है, और अगर जनता ने फिर मौका दिया, तो अगली बार एक ही चरण में चुनाव संपन्न होंगे।
शाह ने विपक्षी नेताओं लालू प्रसाद यादव, राहुल गांधी, ममता बनर्जी और मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सभी जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ थे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बिहार को नक्सलवाद से मुक्त कराया है और अब “जंगलराज की वापसी” नहीं होने दी जाएगी।
गृह मंत्री ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया का विरोध करने पर ‘इंडिया’ गठबंधन को घेरा। उन्होंने कहा, “हर घुसपैठिये का पता लगाया जाएगा, उनके नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे और उन्हें उनके देश वापस भेजा जाएगा।” शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर व्यंग्य करते हुए कहा, “राहुल बाबा कहते हैं कि घुसपैठियों को बिहार में रहने दिया जाए। बताइए, क्या हमें घुसपैठियों को रहने देना चाहिए? वे जितनी भी रैलियां कर लें या ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा’ निकाल लें, उन्हें बचा नहीं पाएंगे।”
शाह ने कहा कि यह चुनाव किसी को विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री बनाने का नहीं है, बल्कि यह तय करेगा कि बिहार में लालू-राबड़ी का “जंगलराज” लौटेगा या विकास और सुशासन की सरकार कायम रहेगी। उन्होंने कहा, “विपक्षी महागठबंधन की पहचान भ्रष्टाचार और परिवारवाद है। लालू प्रसाद ने केवल अपने परिवार की समृद्धि पर ध्यान दिया, जबकि नीतीश बाबू राज्य के समग्र विकास पर काम कर रहे हैं।”
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद के शासन में हत्या, लूट, फिरौती और अपहरण जैसी घटनाएं आम बात थीं, जिससे उद्योग बिहार से पलायन कर गए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग सरकार ने बिहार को “जंगलराज” से मुक्त किया, वंशवाद खत्म किया और नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंका।
छठ महापर्व की शुभकामनाएं देते हुए शाह ने कहा, “मैं कामना करता हूं कि बिहार सदैव ‘जंगलराज’ से मुक्त रहे, कानून-व्यवस्था मजबूत रहे और बहन-बेटियां सुरक्षित रहें।” उन्होंने बताया कि राजग सरकार ने ‘जीविका’ से जुड़ी एक करोड़ महिलाओं के खातों में 10 हजार रुपये दिए हैं, विधवा और वृद्धावस्था पेंशन 400 से बढ़ाकर 1,100 रुपये की गई है और आशा बहनों का मानदेय 3,000 रुपये प्रति माह तय किया गया है। शाह ने कहा कि पटना में मेट्रो का सपना भी अब साकार हो रहा है।
