आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश), 11 दिसंबर—मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को आजमगढ़ मंडल में आयोजित समीक्षा बैठक में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision–SIR) अभियान को लेकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल होना लोकतंत्र की मजबूती के लिए अनिवार्य है।
मुख्यमंत्री आजमगढ़ मंडल के तीनों जिलों—आजमगढ़, मऊ और बलिया—के अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने SIR अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए अधिकारियों की जवाबदेही और जिम्मेदारी तय की।
भाजपा कार्यकर्ताओं को ‘डोर-टू-डोर’ अभियान का निर्देश
योगी आदित्यनाथ ने भाजपा और राजग के सहयोगी दलों के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे जमीनी स्तर पर जाकर मतदाताओं से सीधे संपर्क करें और सुनिश्चित करें कि—
कोई भी पात्र मतदाता सूची से छूट न जाए,
और कोई भी अपात्र नाम सूची में दर्ज न रहे।
उन्होंने कहा कि यह कार्य लोकतंत्र को अधिक मजबूत और समावेशी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सांसदों और विधायकों के साथ संवाद
मुख्यमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे बूथ स्तर पर सक्रिय होकर अभियान की प्रगति पर नजर रखें और जनता को जागरूक करें कि जिनका नाम सूची में नहीं है, वे तुरंत अपना पंजीकरण कराएं।
संदेहास्पद प्रविष्टियों पर चिंता
बैठक में शामिल राजग सहयोगी दल सुभासपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव डॉ. अरविंद राजभर ने बताया कि बैठक का मुख्य केंद्र SIR अभियान ही रहा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी विधानसभा क्षेत्रों का विस्तृत डेटाबेस प्रदान करते हुए मृतक और लापता मतदाताओं की संदेहास्पद संख्या पर चिंता जताई है और इसे साफ-सुथरा करने के निर्देश दिए हैं।
