मुंबई: बीएमसी चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे की शिवसेना और राज ठाकरे की मनसे ने गठबंधन की घोषणा

मुंबई, 24 दिसंबर  – आगामी 15 जनवरी को होने वाले बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव से पहले शिवसेना (उद्धव) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने बुधवार को 20 वर्षों की राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता खत्म करते हुए गठबंधन की घोषणा की।

दोनों चचेरे भाइयों ने वर्ली के एक होटल में 16 मिनट तक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस पुनर्मिलन को दोनों ने “महाराष्ट्र के प्रति कर्तव्य” करार दिया और सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का सामना करने के लिए विशेष रूप से ‘मराठी मानुष’ वोट बैंक को मजबूत करने पर जोर दिया।

राज ठाकरे ने कहा, “मुंबई का महापौर मराठी होगा और वह हमारा अपना होगा।” वहीं उद्धव ने बताया कि दोनों पार्टियों ने नासिक नगर निगम के लिए सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है और मुंबई समेत राज्य के 27 अन्य नगर निगमों में भी चुनाव होंगे।

महायुति गठबंधन ने इस गठबंधन को केवल राजनीतिक अस्तित्व बचाने का प्रयास करार दिया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उद्धव और राज का ट्रैक रिकॉर्ड केवल भ्रष्टाचार और स्वार्थ से भरा रहा है और उनके गठबंधन से कोई महत्वपूर्ण राजनीतिक फर्क नहीं पड़ेगा।

साल 2005 में राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होने का फैसला किया था। बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में उद्धव ने ठाकरे परिवार की महाराष्ट्र आंदोलन में भूमिका और उनके पूर्वजों की योगदान का उल्लेख किया।

हालांकि, बीएमसी चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर अभी भी स्पष्टता नहीं है। परिवारिक सौहार्द का नजारा सम्मेलन में साफ दिखा, जहां उद्धव की पत्नी रश्मि और पुत्र आदित्य तथा राज की पत्नी शर्मिला और पुत्र अमित भी मौजूद थे।

पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव में शिवसेना (उबाठा) और मनसे का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। दोनों दलों ने पहली से पांचवीं कक्षा में हिंदी पढ़ाने के राज्य सरकार के फैसले के विरोध में इस साल जुलाई में साथ आने का फैसला किया था।

भाजपा नेताओं ने गठबंधन को ज्यादा महत्व नहीं देते हुए कहा कि मुंबई का विकास राजग-भाजपा के तहत ही सुनिश्चित होगा और मराठी मतदाता विकास के मुद्दे पर निर्णय लेंगे।

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