भारत की अर्थव्यवस्था वर्ष 2025 में मजबूत गति से आगे बढ़ रही है। वित्त मंत्रालय की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार देश की GDP वृद्धि दर मौजूदा वित्त वर्ष में 7.2% तक पहुंच सकती है, जो वैश्विक स्तर पर सबसे तेज़ वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि विनिर्माण, बुनियादी ढाँचा, डिजिटल सेक्टर और ग्रामीण मांग में मजबूती इस वृद्धि के प्रमुख कारक हैं।
वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार लगातार निवेश बढ़ाने, घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित करने और स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने पर काम कर रही है। देश में निजी निवेश भी तेजी से बढ़ रहा है, जबकि विदेशी कंपनियों का भारत में आना तेज हुआ है। प्रधानमंत्री गतिक शक्ति योजना, PLI स्कीम और डिजिटल इंडिया कार्यक्रम आर्थिक वृद्धि को नई दिशा दे रहे हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय शेयर बाजार और सेवा क्षेत्र में स्थिरता बनी हुई है। IT, फिनटेक और ई-कॉमर्स सेक्टर में तेज विस्तार देखा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की योजनाओं और बढ़ती आय ने खपत को मजबूत किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि महंगाई नियंत्रित रही और वैश्विक बाजार स्थिर रहे, तो आने वाले महीनों में भारत की आर्थिक विकास दर और बेहतर हो सकती है। सरकार का लक्ष्य है कि अगले पाँच वर्षों में भारत 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त कर ले।
