उत्तर भारत में प्रदूषण और ठंड दोनों तेजी से बढ़ते दिख रहे हैं। राजधानी दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, गुरुग्राम समेत कई प्रमुख शहरों में एयर क्वालिटी ‘गंभीर’ स्तर को पार कर गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, कई क्षेत्रों में AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते वाहन प्रदूषण, औद्योगिक धुआँ, धूल और मौसम में नमी के कारण हवा लगातार जहरीली होती जा रही है।
उधर, पहाड़ी राज्यों में लगातार गिरता तापमान लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू–कश्मीर के ऊँचे इलाकों में बर्फबारी के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में ठंड में और बढ़ोतरी की चेतावनी जारी की है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने खासकर बुजुर्गों, बच्चों और सांस के रोगियों को मास्क पहनने तथा सुबह-शाम बाहर जाने से बचने की सलाह दी है। अस्पतालों में सांस लेने में तकलीफ़ से जुड़े मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
सरकार की ओर से प्रदूषण नियंत्रण के लिए पानी का छिड़काव, निर्माण कार्यों पर निगरानी और उद्योगों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप (GRAP) के तहत कई पाबंदियाँ भी लागू हैं। प्रशासन का कहना है कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे।
