नई दिल्ली, 12 नवंबर: दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार को हुए विस्फोट के मामले में पुलिस ने आतंकवादी मॉड्यूल और प्रमुख संदिग्धों की गहन जांच में कई अहम खुलासे किए हैं। हाल ही में गिरफ्तार किए गए डॉ. मुजम्मिल गनई के मोबाइल डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि उसने इस साल जनवरी में लाल किला क्षेत्र में कई बार रेकी की थी। पुलिस का मानना है कि यह गतिविधि 26 जनवरी को बड़े पैमाने पर हमले की योजना का हिस्सा हो सकती थी, जो उस समय सुरक्षा कड़ी होने के कारण विफल रही।
जांच में यह भी सामने आया कि मॉड्यूल के दो प्रमुख संदिग्ध, डॉ. उमर नबी और डॉ. मुजम्मिल गनई, हाल ही में तुर्किये भी गए थे। उनके पास पासपोर्ट में तुर्किये के आव्रजन टिकट मिले हैं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या दोनों ने अपनी यात्रा के दौरान किसी विदेशी आतंकी आकाओं से संपर्क किया।
दिल्ली पुलिस ने विस्फोट में इस्तेमाल हुंदै आई20 कार और अन्य संदिग्ध वाहनों की तलाश के लिए पूरे शहर में अलर्ट जारी किया है। जांच के दौरान पता चला कि फरीदाबाद में बरामद कार और अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़े चिकित्सकों की गिरफ्तारी से जुड़े मॉड्यूल ने लगभग 2,500 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री जमा कर रखी थी।
एफएसएल ने विस्फोट स्थल से करीब 40 नमूने एकत्र किए हैं, जिनमें अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर शामिल हैं। शुरुआती विश्लेषण से पता चला कि विस्फोटक में से एक नमूना अमोनियम नाइट्रेट था, जबकि दूसरा विस्फोटक इससे भी अधिक शक्तिशाली प्रतीत हो रहा है।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि डॉ. मुजम्मिल और डॉ. उमर नबी ने सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ की प्रवृत्ति का पता लगाने के लिए कई बार लाल किला का दौरा किया। उनके मोबाइल डेटा और सीसीटीवी फुटेज से यह पुष्टि हुई। विस्फोट के दिन आई20 कार डॉ. उमर नबी चला रहा था।
फरीदाबाद और आसपास के राज्यों में जांच के तहत पुलिस ने पुराने वाहन विक्रेताओं की पहचान की और हाल में बेची गई कारों का सत्यापन किया। इस बीच, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हरियाणा के मेवात से मौलवी इश्तियाक को हिरासत में लिया। उसके किराए के मकान से 2,500 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक बरामद किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलएनजेपी अस्पताल जाकर विस्फोट में घायल लोगों से मुलाकात की और संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
सरकारी और पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बढ़ा दी गई है, अंतरराज्यीय सीमाओं, मेट्रो स्टेशनों, रेलवे टर्मिनलों और प्रमुख बाजारों में वाहन और संदिग्ध गतिविधियों की तलाशी ली जा रही है। जांच अभी भी जारी है और कई अन्य संदिग्धों की पहचान एवं पूछताछ की जा रही है।
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