दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ने के साथ ही कोहरे और प्रदूषण का स्तर चिंताजनक होता जा रहा है। मंगलवार की सुबह से ही राजधानी घने कोहरे की चादर में लिपटी रही, जिससे विज़िबिलिटी कई इलाकों में बेहद कम हो गई। मौसम विभाग के अनुसार, तापमान गिरने और हवा की गति कम होने से प्रदूषक कण ज़मीन के पास जमा हो रहे हैं, जिसके कारण वायु गुणवत्ता तेजी से बिगड़ रही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर के लगभग 38 इलाकों में AQI ‘गंभीर’ (Severe) श्रेणी में दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में आनंद विहार, रोहिणी, अशोक विहार, विवेक विहार, बवाना, और पंजाबी बाग शामिल हैं, जहां AQI 400 से 480 के बीच दर्ज हुआ है। गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद जैसे सटे हुए शहरों में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच चुकी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ऐसी हवा में बाहर निकलना खतरनाक हो सकता है, विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा-हृदय रोगियों के लिए। उन्होंने लोगों को N-95 मास्क का उपयोग करने, सुबह-शाम भारी व्यायाम से बचने और ज़रूरी न होने पर घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
दिल्ली सरकार ने भी स्थिति पर नजर रखते हुए निर्माण कार्यों पर सख्ती, पानी का छिड़काव और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कार्रवाई बढ़ा दी है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि हवा की स्थिति में जल्द सुधार की संभावना कम है, क्योंकि अगले तीन दिनों तक तापमान और गिर सकता है, जिससे कोहरा और प्रदूषण दोनों और बढ़ेंगे।
