बदायूं, 28 दिसंबर। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने रविवार को स्पष्ट किया कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया के दौरान किसी भी व्यक्ति का नाम नहीं काटा गया है। उन्होंने विपक्ष के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है।
रविवार को बदायूं पहुंचे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 66वें ब्रज प्रांत अधिवेशन में भाग लिया। इस अवसर पर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) के लोग संसद और विधानसभा में वंदे मातरम् का विरोध करते हैं और इस विषय पर उनके “होंठ सिल जाते हैं।” उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान उन्होंने यह बात मजबूती से सदन में रखी है।
पाठक ने युवाओं से आह्वान किया कि यदि देश विरोधी ताकतें उभरने का प्रयास करें, तो उन्हें रोकना अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित में युवाओं की सक्रिय भूमिका बेहद जरूरी है।
सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने दोहराया कि एसआईआर प्रक्रिया के दौरान किसी का भी नाम मतदाता सूची से नहीं हटाया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या मतदाता सूची में मृत व्यक्तियों या जिनका कोई अता-पता नहीं है, उनके नाम बने रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के शुद्धिकरण की यह प्रक्रिया पहले भी की जाती रही है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए पाठक ने कहा कि उन्हें इसलिए तकलीफ हो रही है क्योंकि वे बिहार चुनाव बुरी तरह हार चुके हैं।
उपमुख्यमंत्री ने निर्वाचन आयोग से घुसपैठियों को बाहर करने और एक पारदर्शी व त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करने की दिशा में सहयोग करने की अपील भी की।
