लखनऊ। मोंथा चक्रवात के असर के कमजोर पड़ने के बाद अब उत्तर प्रदेश का मौसम नया रूप लेने जा रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि प्रदेश में इस बार समय से पहले कोहरे का असर दिखने लगेगा। अगले कुछ दिनों में राज्य के कई जिलों में सुबह के वक्त धुंध और कोहरा छाने के आसार हैं, खास तौर पर पूर्वी यूपी और तराई क्षेत्रों में।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, मोंथा चक्रवात के हटने के बाद प्रदेश का मौसम स्थिर तो हो रहा है, लेकिन अब तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी। दिन में हल्की धूप और रात में ठंड बढ़ने का सिलसिला जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि 4 नवंबर (मंगलवार) से प्रदेश में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके कारण तराई और पश्चिमी इलाकों में आंशिक बदली छाने की संभावना है। हालांकि, बारिश के आसार बहुत कम हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ का असर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी के रूप में दिखेगा। इसका अप्रत्यक्ष प्रभाव उत्तर प्रदेश के मौसम पर भी पड़ेगा, जिससे रात का तापमान और गिर सकता है, जबकि दिन के तापमान में खास बदलाव नहीं होगा।
पिछले कुछ दिनों से राज्य के अधिकांश इलाकों में सुबह-शाम ठंडी हवाएं चलने लगी हैं। दिन में हल्की धूप के साथ मौसम सुहाना बना हुआ है, लेकिन देर रात और सुबह के समय हल्की धुंध दिखने लगी है। विभाग का कहना है कि आने वाले हफ्ते में यह धुंध घना कोहरा बन सकती है, खासतौर पर गोरखपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती और कुशीनगर जैसे जिलों में।
मौसम वैज्ञानिकों ने किसानों और यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कोहरे के चलते दृश्यता में कमी आ सकती है, जिससे वाहन चालकों को सावधानी बरतने की जरूरत होगी। वहीं, कृषि विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि तापमान में गिरावट रबी फसलों के लिए लाभकारी होगी, क्योंकि इससे गेहूं और मटर की बुवाई के लिए अनुकूल वातावरण तैयार होगा।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक यूपी में ठंड की दस्तक तेज़ी से महसूस होने लगेगी। फिलहाल बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन तापमान में धीरे-धीरे गिरावट जारी रहेगी, जिससे नवंबर के पहले सप्ताह से ही प्रदेश में कोहरे का मौसम शुरू हो जाएगा।
