लखनऊ: उत्तर प्रदेश में राजनीतिक, प्रशासनिक और सामाजिक गतिविधियां तेज बनी हुई हैं। राज्य सरकार ने विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन लगातार सक्रिय है। हाल के दिनों में अपराध नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियानों के तहत कई जिलों में अवैध हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी पर कार्रवाई की गई है। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, संगठित अपराध और माफिया नेटवर्क पर सख्ती जारी रहेगी।राजनीतिक स्तर पर भी हलचल देखने को मिल रही है। भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी दोनों ही आगामी चुनावी तैयारियों में जुटी हैं। भाजपा संगठनात्मक स्तर पर बदलाव और जनसंपर्क अभियानों पर जोर दे रही है, जबकि सपा सरकार की नीतियों को लेकर लगातार हमलावर है। कांग्रेस और बसपा भी प्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं।विकास के मोर्चे पर, राज्य में सड़क, बिजली और आवास से जुड़ी परियोजनाओं पर काम तेज किया गया है। ग्रामीण इलाकों में नल से जल योजना और शहरी क्षेत्रों में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को गति देने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग में भी रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।मौसम की बात करें तो प्रदेश के कई हिस्सों में ठंड का असर बना हुआ है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है। कुल मिलाकर, उत्तर प्रदेश में राजनीति, प्रशासन और विकास से जुड़े मुद्दे लगातार चर्चा में बने हुए हैं।
