उत्तर प्रदेश में एआई और आधुनिक तकनीक का नया युग: सीएम योगी ने खोला विकास का डिजिटल रास्ता

उत्तर प्रदेश में तकनीकी क्रांति तेजी पकड़ रही है और प्रदेश सरकार इसे अगले स्तर पर ले जाने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश और नीति सुधार कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कहा कि यूपी देश का नया AI, डाटा सेंटर, रोबोटिक्स और ड्रोन टेक्नोलॉजी हब बन रहा है। उन्होंने दावा किया कि बीते सात वर्षों में राज्य ने आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में अभूतपूर्व विकास किया है, जिसके परिणाम अब जमीन पर दिखाई देने लगे हैं।

सीएम योगी के अनुसार, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और विभिन्न रोडशो के बाद प्रदेश में तकनीकी निवेश का नया दौर शुरू हुआ है। केवल डाटा सेंटर सेक्टर में ही हजारों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिनमें से कई प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र अब भारत के प्रमुख डाटा सेंटर कॉरिडोर के रूप में उभर रहे हैं, जहां विश्व की प्रमुख आईटी कंपनियाँ अपनी यूनिट स्थापित कर रही हैं।

एआई और मशीन लर्निंग को सरकारी सेवाओं में शामिल किया जा रहा है ताकि जनता को तेज, सही और पारदर्शी सेवाएँ मिल सकें। यूपी पुलिस और ट्रैफिक प्रबंधन में भी फेस रिकग्निशन, लाइव एनालिटिक्स और इंटेलिजेंट मॉनिटरिंग सिस्टम का उपयोग बढ़ाया गया है। इससे अपराध नियंत्रण और निगरानी क्षमता मजबूत हुई है।

रोबोटिक्स और ड्रोन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी यूपी तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार ने ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग और ड्रोन पायलट ट्रेनिंग को बढ़ावा देने के लिए विशेष ड्रोन नीति तैयार की है। कृषि, आपदा प्रबंधन और सर्वेक्षण कार्यों में ड्रोन तकनीक का बड़े पैमाने पर उपयोग शुरू हो चुका है।

योगी सरकार का कहना है कि इन आधुनिक तकनीकी क्षेत्रों में लाखों युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। कौशल विकास मिशन के तहत एआई, कोडिंग, रोबोटिक्स और डाटा एनालिटिक्स जैसे कोर्सेज को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। यूपी का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में वह भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा योगदानकर्ता बने।

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