उत्तर प्रदेश की ‘डबल इंजन’ सरकार जनजातीय समाज के सुरक्षा, सम्मान और विकास के लिए प्रतिबद्ध: योगी आदित्यनाथ

सोनभद्र (उप्र), 15 नवंबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ‘डबल इंजन’ सरकार जनजातीय समाज की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन सुनिश्चित करने के लिए पूरी निष्ठा के साथ काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने यह बात सोनभद्र के चोपन में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित ‘जनजातीय गौरव दिवस’ कार्यक्रम में कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अवसर केवल स्मरण का नहीं, बल्कि जनजातीय गौरव को विकास से जोड़ने का है। उन्होंने बताया कि ‘धरती आबा’ बिरसा मुंडा का संदेश आज ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना के रूप में प्रकट हो रहा है और डबल इंजन सरकार जनजातीय समाज को मुख्यधारा के विकास में अग्रणी भागीदार बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिरसा मुंडा ने मात्र 25 वर्ष की आयु में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष किया और उनके बलिदान ने जनजातीय समुदाय के अधिकारों को स्वीकार कराना सुनिश्चित किया। आज स्वतंत्र भारत में वही संघर्ष जनजातीय समाज के सम्मान, हिस्सेदारी और समग्र विकास के रूप में जारी है।

मुख्यमंत्री ने सोनभद्र की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केवल ऊर्जा राजधानी ही नहीं बल्कि मानव इतिहास और प्रकृति की धरोहर का केंद्र भी है। उन्होंने सलखान फॉसिल पार्क, शिवद्वार पंचमुखी महादेव, ज्वालामुखी शक्तिपीठ और जैवविविधता पार्क जैसे पर्यटन स्थल क्षेत्र की वैश्विक और धार्मिक पहचान को मजबूत करने वाले बताया।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पाई जाने वाली 15 जनजातियों में से 14 जनजातियां अकेले सोनभद्र में निवास करती हैं। जनजातीय गौरव के संरक्षण के लिए बलरामपुर के इमलिया कोडर में जनजातीय संग्रहालय और छात्रावास स्थापित किए जा चुके हैं और कमिश्नरी क्षेत्र में भी ‘जनजातीय गौरव संग्रहालय’ बनाए जाएंगे।

उन्होंने ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ का उल्लेख किया, जिसके तहत 517 जनजातीय बहुल गांवों में बुनियादी सुविधाओं और समग्र विकास की पहल की जा रही है। वन अधिकार कानून के सुधार के बाद वास्तविक दावेदारों को वन भूमि पट्टे दिए जा रहे हैं। इस अवसर पर 1,000 से अधिक जनजातीय परिवारों को वन अधिकार पट्टे सौंपे गए।

कार्यक्रम में समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड ने मुख्यमंत्री को जनजातीय पहचान चिन्ह ‘तीर-धनुष’, पारंपरिक वाद्ययंत्र ‘मांदर’ और टोपी भेंट की। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों से प्रेरित होकर जनजातीय समाज उत्तर प्रदेश और पूरे राष्ट्र की सुरक्षा, समृद्धि और विकास में सक्रिय भूमिका निभाएगा।

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