आधुनिक और सशक्त नगर निकाय ही बनाएंगे विकसित उत्तर प्रदेश की राह: योगी

लखनऊ, 29 सितंबर ।  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि आधुनिक और सशक्त नगर निकाय ही विकसित उत्तर प्रदेश की राह बनाएंगे।
मुख्यमंत्री सोमवार को ‘विकसित उप्र एट 2047’ संवाद शृंखला के अंतर्गत प्रदेश के 17 नगर निगमों के महापौरों व पार्षदों तथा 200 नगर पालिकाओं और 545 नगर पंचायतों के अध्यक्षों व सदस्यों से डिजिटल माध्यम से संवाद कर रहे थे।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, आदित्यनाथ ने कहा, “प्रत्येक नगर निकाय अपनी कार्ययोजना में नवाचार को स्थान दें और ‘ईज़ आॅफ लिविंग’ की अवधारणा के साथ नागरिक सेवाओं के आधुनिकीकरण को केंद्र में रखें।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को 2047 तक विकसित राज्य बनाने के लक्ष्य की प्राप्ति में नगर निकायों की भूमिका सबसे अहम है।

उन्होंने कहा कि हर नगर निकाय को यह संकल्प लेना होगा कि वह अपने नगर को स्वच्छ, आधुनिक, सुगठित और आत्मनिर्भर बनाने में कोई कमी न छोड़ें।
आदित्यनाथ ने कहा कि शहरी विकास केवल बुनियादी सुविधाओं तक सीमित न रहें, बल्कि हर नगर स्मार्ट सेवाओं, बेहतर यातायात व्यवस्था और डिजिटल पहुंच का आदर्श बनें।

मुख्यमंत्री ने कहा, “हर नगरीय निकाय को आय सृजन के नए माध्यम बनाने होंगे। अपनी कार्ययोजना बनाते समय सभी निकायों को इसके लिए प्रयास करना चाहिए। यह तभी संभव है, जब जनप्रतिनिधि स्वयं पहल करें और नागरिकों को इस यात्रा का सक्रिय भागीदार बनाएं।”

उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में प्रदेश की शहरी आबादी कई गुना बढ़ेगी, ऐसे में नगर निकायों को अपनी सोच और कार्यशैली दोनों को बदलना होगा।
आदित्यनाथ ने शहरी विकास की योजनाएं भविष्य की चुनौतियों और अवसरों को ध्यान में रखकर ही तैयार करनी होंगी। उन्होंने नगर निगमों में एकीकृत नियंत्रण कमान केंद्र के बहुआयामी उपयोग के बारे में भी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘अमृतकाल के पंच प्रण’ को दोहराते हुए ‘विकसित उप्र एट2047’ का विजÞन साझा किया।
उन्होंने कहा कि हर नागरिक को इनसे जुड़ना होगा।

आदित्यनाथ ने कहा, “अब तक 12 लाख नागरिक अपने सुझाव साझा कर चुके हैं। इन सुझावों का सारांश भविष्य की नीतियों और योजनाओं का आधार बनेगा।

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