आधी आबादी की सशक्त भागीदारी से समाज और देश आत्मनिर्भर बनेंगे : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, 21 नवंबर – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित फिक्की फ्लो के राष्ट्रीय अधिवेशन में महिलाओं की सशक्त भागीदारी को समाज और देश की प्रगति के लिए अहम बताया। सीएम ने कहा कि समाज तभी आत्मनिर्भर और प्रगति करेगा, जब महिलाएं नेतृत्व करें और सरकार उन्हें पीछे से सहयोग प्रदान करे। उन्होंने फिक्की फ्लो के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा, “आधी आबादी अगर आत्मनिर्भर होगी, तो समाज और देश भी आत्मनिर्भर होंगे। महिलाएं हर क्षेत्र में समाज का नेतृत्व कर रही हैं और उनकी भागीदारी पुरुषों के बराबर महत्वपूर्ण है।”

सीएम योगी ने 20 चैप्टर में 16,000 से अधिक प्रोफेशनल्स की मौजूदगी का जिक्र करते हुए कहा कि 140 करोड़ की आबादी में यह संख्या कम है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने खुद को चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया है और जल्द ही तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने महिलाओं के बिना समाज को आत्मनिर्भर बनाने की कल्पना असंभव बताते हुए कहा कि आधी आबादी को नजरअंदाज करके समाज स्वावलंबी नहीं बन सकता।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले साढ़े आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ और प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था अब देश में मॉडल के रूप में मानी जाती है। इस अवधि में 45 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं, जिनमें से 15 लाख करोड़ रुपये की सफल ग्राउंड ब्रेकिंग हो चुकी है। निवेश बढ़ने से रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।

सीएम ने वीमेन वर्कफोर्स में बढ़ोतरी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब सरकार आई थी, तब महिलाओं की कार्यशक्ति केवल 12 से 15 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 35-36 प्रतिशत हो गई है। यूपी पुलिस में महिलाओं की संख्या बढ़कर 44,000 हो गई है, जिसमें 20 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती अनिवार्य की गई। बेसिक शिक्षा सुधार योजनाओं जैसे ऑपरेशन कायाकल्प और निपुण के माध्यम से बच्चों को स्कूलों से जोड़ा गया, और बच्चों को हर साल यूनिफॉर्म, बैग, स्वेटर, मोजा, बुक और शूज उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

कोरोना महामारी के दौरान आंगनबाड़ी, आशा वर्कर और एएनएम ने डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करके 25 करोड़ आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित की। बीसी सखी योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षण देकर बैंक लेनदेन का अवसर दिया गया, जिससे वे महीने में 25 हजार से सवा लाख रुपये कमा रही हैं।

सीएम योगी ने झांसी की बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर की महिलाओं की सफलता की कहानी साझा की। आठवीं पास भी न होने वाली महिला लीडर के नेतृत्व में 62 हजार से अधिक महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं। उन्होंने फिक्की फ्लो से अपील की कि रेडिमेड गारमेंट्स और फ्लैटेड फैक्ट्री मॉडल के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन से जोड़ने में सक्रिय भूमिका निभाए।

इसके अलावा, उन्होंने यूपी सरकार की प्लेज पार्क स्कीम और एमएसएमई योजनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि नए उद्यमियों को ब्याज मुक्त लोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पहले चरण में पांच लाख, दूसरे में साढ़े सात लाख और तीसरे में दस लाख रुपये तक की सुविधा प्रदान की जा रही है। वित्तीय वर्ष के अंत तक 1.70 लाख नए उद्यमियों को जोड़ा जाएगा।

सीएम ने बच्चों की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बच्चों का बचपन बस्ते के बोझ तले न दबे और क्वालिटी एजुकेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ चीफ जस्टिसेस ऑफ वर्ल्ड में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जल संसाधन, रोजगार-कौशल विकास और पर्यावरण संरक्षण जैसे सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स पर चर्चा का महत्व रेखांकित किया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने निष्कर्ष निकाला कि महिलाओं की सक्रिय भागीदारी, शिक्षा और आर्थिक स्वावलंबन ही समाज और राष्ट्र को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। उन्होंने फिक्की फ्लो और अन्य संगठनों से अपील की कि वे इन क्षेत्रों में महिलाओं को नेतृत्व और अवसर प्रदान करने के लिए कार्य करें।

इस अवसर पर फिक्की फ्लो के सदस्य, युवा उद्यमी और प्रदेश के दर्जनों पदाधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने महिलाओं की नेतृत्व क्षमता और समाज के विकास में उनके योगदान को सराहा।

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