नयी दिल्ली, 15 दिसंबर : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने यह निर्णय लिया है कि 24 दिसंबर से शुरू होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी में सभी भारतीय टीम के मौजूदा सीनियर खिलाड़ियों को कम से कम दो वनडे मैच खेलना अनिवार्य होगा।
बीसीसीआई ने यह कदम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टी20 (19 दिसंबर) और न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे (11 जनवरी 2026) के बीच तीन सप्ताह से अधिक के अंतर को ध्यान में रखते हुए उठाया है। बोर्ड का उद्देश्य है कि सभी सीनियर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में खेलकर मैच फॉर्म में रहें।
अजित अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने सभी खिलाड़ियों को इस निर्देश के तहत शामिल किया है। इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट श्रृंखला में हार के बाद घरेलू क्रिकेट पर अधिक जोर देने की सिफारिश की गई थी।
विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टूर्नामेंट में खेलने की अपनी उपलब्धता पहले ही बताई है। इसके अलावा सीनियर खिलाड़ी शुभमन गिल, जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव को भी कम से कम दो मैच खेलने के लिए कहा जा सकता है।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विजय हजारे ट्रॉफी के छह दौर 24 दिसंबर से खेले जाएंगे और खिलाड़ियों एवं उनके प्रदेश संघों पर निर्भर करेगा कि वे कौन से दो दौर खेलना चाहते हैं। केवल वही खिलाड़ी छूट प्राप्त कर सकते हैं जिन्हें उत्कृष्टता केंद्र द्वारा अनफिट घोषित किया गया हो। अधिकारी मानते हैं कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के बाद चोट से उबरने के लिए पर्याप्त समय उपलब्ध होगा।
इस निर्देश का उद्देश्य यह धारणा तोड़ना भी है कि चयन समिति और मुख्य कोच गौतम गंभीर केवल विराट कोहली और रोहित शर्मा को उदाहरण के तौर पर पेश करना चाहते हैं।
इस बीच, जसप्रीत बुमराह धर्मशाला में तीसरे टी20 से पहले निजी कारणों से घर लौट गए। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, उनके करीबी परिजन को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सब कुछ ठीक रहने पर वह चौथे या पांचवें मैच के लिए वापसी कर सकते हैं।
