अयोध्या, 27 दिसंबर 2025 – उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर शनिवार को पूजा अनुष्ठान शुरू हो गए। मुख्य कार्यक्रम 31 दिसंबर को होगा, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि होंगे।
ये अनुष्ठान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ के नेतृत्व में आयोजित किए जा रहे हैं। इस दौरान बेंगलुरु विद्यापीठ से आए 15 वैदिक विद्वान मौजूद हैं।
शनिवार को कवच स्थापना और हवन का आयोजन किया गया। इसके साथ ही भगवान की पालकी यात्रा भी परिसर में निकाली गई। स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ ने बताया कि अनुष्ठान के तहत तत्व हवन, एक तत्व कलश की पूजा, गणपति की पूजा और अन्य हवन किए गए।
प्राण प्रतिष्ठा की द्वादशी (31 दिसंबर) को राम लला का पंच रस से अभिषेक किया जाएगा, 56 भोग लगाए जाएंगे और भजन एवं आरती का आयोजन होगा। स्वामी ने बताया कि इस बार पिछले वर्ष की तरह ही सभी धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे। साथ ही एक ढोल उत्सव भी होगा और रत्न जड़ित प्रतिमा स्थापना के लिए बैठकें की जा रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में 22 जनवरी 2024 को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। न्यास के अन्य सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर के लिए सभी वीआईपी पास 1 जनवरी 2026 तक जारी किए जा चुके हैं। पिछले एक महीने से श्रद्धालुओं की संख्या निरंतर बढ़ रही है।
मिश्रा ने यह भी बताया कि दर्शन व्यवस्था पूरी तरह सुगम है और आम दर्शन मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं को करीब आधे घंटे में दर्शन का अवसर मिल रहा है। प्रतिदिन सीमित संख्या में पास जारी किए जाते हैं और दो घंटे के एक स्लॉट में कुल 400 पास निर्धारित हैं, जो एक जनवरी तक जारी हो चुके हैं। आरती के लिए भी सभी पास जारी कर दिए गए हैं।
