लखनऊ, 27 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि अन्याय और अधर्म के विरुद्ध उनका संघर्ष संपूर्ण मानवता को निर्भीकता और सत्य के मार्ग पर अडिग रहने की प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “महान संत एवं धर्मयोद्धा, साहस और त्याग की प्रतिमूर्ति, खालसा पंथ के संस्थापक, दशमेश पिता गुरु श्री गोबिंद सिंह जी महाराज के पावन प्रकाश पर्व पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।”
उन्होंने कहा कि धर्मरक्षा और अन्याय के विरुद्ध गुरु गोबिंद सिंह का संदेश आज भी मानवता को सत्य, निष्ठा और निर्भीकता का मार्ग दिखाता है।
भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पंकज चौधरी ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट कर गुरु गोबिंद सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, “सिखों के दसवें गुरु और खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोबिंद सिंह जी के पावन प्रकाश पर्व की आप सभी को लख-लख बधाइयां।” चौधरी ने कहा कि धर्म, मानवता, समानता और भाईचारे का जो मार्ग गुरु गोबिंद सिंह ने दिखाया, वह आज भी समाज के लिए प्रकाश-स्तंभ है।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने संदेश में देश और प्रदेशवासियों को गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पावन अवसर साहस, सेवा और धर्म के मार्ग पर दृढ़ रहने की प्रेरणा प्रदान करे। वहीं उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी गुरु गोबिंद सिंह के जीवन और आदर्शों को स्मरण करते हुए प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
उत्तर प्रदेश सरकार में सिख समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि खालसा पंथ की स्थापना कर अन्याय के विरुद्ध संघर्ष और आत्मसम्मान के साथ जीवन जीने की राह दिखाने वाले गुरु गोबिंद सिंह का जीवन साहस, त्याग और धर्मरक्षा की अमर प्रेरणा है।
गौरतलब है कि हर वर्ष पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गुरु गोबिंद सिंह की जयंती मनाई जाती है। इस अवसर पर गुरुद्वारों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और अखंड पाठ साहिब का आयोजन किया जाता है।
