लखनऊ, 18 दिसंबर 2025। राजधानी के व्यापारियों में नगर निगम द्वारा लाइसेंस शुल्क लागू करने की तैयारियों को लेकर भारी नाराजगी व्याप्त हो गई है। उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया कि पिछले वर्ष महापौर सुषमा खर्कवाल ने व्यापारियों को आश्वासन दिया था कि लाइसेंस शुल्क नहीं लगाया जाएगा, लेकिन एक साल बाद नगर निगम फिर से इस प्रस्ताव को लागू करने की तैयारी कर रहा है।
संजय गुप्ता ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद किसी अन्य प्रकार का लाइसेंस शुल्क व्यापारियों के लिए अतिरिक्त बोझ है और इसे लागू करना जीएसटी की मूल अवधारणा के विपरीत है। उन्होंने चेतावनी दी कि राजधानी के व्यापारी किसी भी कीमत पर ‘इंस्पेक्टर राज’ की वापसी स्वीकार नहीं करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल का एक प्रतिनिधिमंडल महापौर एवं नगर आयुक्त से मिलकर इस प्रस्ताव के वापस लेने की मांग करेगा। उन्होंने कहा कि व्यापारी वर्ग इस मुद्दे पर सख्त है और नगर निगम के सदन से लाइसेंस शुल्क प्रस्ताव को हटवाना उनकी प्राथमिकता होगी।
इस प्रस्ताव की जानकारी मिलने के बाद राजधानी के व्यापारियों में व्यापक असंतोष फैल गया है। आदर्श व्यापार मंडल का कहना है कि पिछले वर्ष भी व्यापारियों ने लाइसेंस शुल्क के खिलाफ विरोध जताया था और तब महापौर ने इसे लागू न करने का आश्वासन दिया था। अब पुनः इस शुल्क को लागू करने की कोशिश से व्यापारियों और प्रशासन के बीच टकराव की आशंका है।
संजय गुप्ता ने स्पष्ट किया कि व्यापारी संगठन इस मुद्दे पर पूरी तरह सक्रिय रहेगा और अपने हितों की रक्षा के लिए सभी कानूनी एवं संगठित माध्यमों का उपयोग करेगा।
