मथुरा (उप्र), 16 दिसंबर। मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के हुए भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 अन्य घायल हो गए। घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम होने से सात बसों और तीन अन्य वाहनों की आपस में टक्कर हो गई, जिसके बाद कई वाहनों में आग लग गई। हादसा यमुना एक्सप्रेसवे के आगरा–नोएडा लेन पर बलदेव थाना क्षेत्र में सुबह करीब साढ़े चार बजे हुआ।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आगरा से नोएडा की ओर जा रहे वाहन अचानक आपस में भिड़ गए। टक्कर इतनी भीषण थी कि कुछ बसों में आग लग गई और कई यात्री उसमें फंस गए। आग लगने के कारण झुलसने से 13 लोगों की मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया हादसे का कारण घना कोहरा और कम दृश्यता प्रतीत हो रहा है। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। बलदेव थाना प्रभारी रंजना सचान के अनुसार, घायलों में से 15 को जिला अस्पताल, नौ को बलदेव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नौ को एक निजी अस्पताल और दो को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। अधिकांश घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस ने बताया कि मृतकों में अब तक तीन की पहचान हो सकी है। इनमें प्रयागराज निवासी अखिलेंद्र प्रताप यादव (44), आजमगढ़ निवासी रामपाल (75) और गोंडा जिले के छपिया थाना क्षेत्र के मुस्कान बाजार निवासी सुल्तान (62) शामिल हैं। शेष मृतकों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं, क्योंकि कई शव आग से बुरी तरह झुलस गए हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
हादसे के बाद यमुना एक्सप्रेसवे पर कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित रहा और पुलिस को अस्थायी मार्ग परिवर्तन करना पड़ा। अन्य यात्रियों को सरकारी वाहनों के माध्यम से उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए मथुरा के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अमरेश कुमार की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। इस समिति में अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुरेश चंद्र रावत, अधिशासी अभियंता गुलवीर सिंह और सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राजेश राजपूत शामिल हैं। समिति को दो दिनों के भीतर हादसे की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, बलदेव थाने में अज्ञात बस चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के आदेश दिए गए हैं।
प्रशासन का कहना है कि घायलों का नि:शुल्क और बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है तथा भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
