लखनऊ, 5 दिसंबर। उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश के 20 अस्पतालों को कुल 13.46 करोड़ रुपये के बजट की मंजूरी दी है। डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि इस धनराशि से सरकारी अस्पतालों को आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा, जिससे मरीजों को बेहतर और समय पर इलाज उपलब्ध हो सकेगा।
डिप्टी सीएम के अनुसार, लैब और जांच सुविधाओं को उन्नत करने के लिए डिजिटल एक्सरे, ईसीजी, अल्ट्रासाउंड मशीनें, तथा फेको मशीन खरीदी जाएंगी। फेको मशीन के माध्यम से छोटे चीरे से मोतियाबिंद का ऑपरेशन संभव होगा, जिससे मरीजों को कम समय अस्पताल में रहना पड़ेगा और ऑपरेशन की सफलता दर में भी वृद्धि होगी। इसके लिए विभिन्न अस्पतालों को 7.45 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि मंजूर की गई है।
इन अस्पतालों को मिलेगा उन्नयन बजट
प्रयागराज के मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय को 54.48 लाख, बरेली जिला महिला चिकित्सालय को 8.68 लाख, मुरादाबाद के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल को 80.98 लाख, तथा लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल को 1.09 करोड़ रुपये का बजट प्राप्त हुआ है।
उन्नाव बीघापुर 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय को 23.34 लाख, फर्रुखाबाद के डॉ. राम मनोहर लोहिया महिला चिकित्सालय को 20.44 लाख, जबकि महोबा जिला अस्पताल को 29.98 लाख रुपये का बजट दिया गया है।
झांसी जिला चिकित्सालय को 1.42 करोड़, गाजियाबाद के विभिन्न संयुक्त एवं जिला अस्पतालों को कुल मिलाकर लगभग 1 करोड़ से अधिक की स्वीकृति दी गई है।
इसके अलावा, मऊ जिला चिकित्सालय, बुलंदशहर खुर्जा स्थित एलएसपीजी अस्पताल, औरैया बिधूना स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया नेत्र अस्पताल, तथा लखनऊ के रानी लक्ष्मीबाई, सिविल और लोकबंधु राजनारायण अस्पताल को भी उन्नयन के लिए महत्वपूर्ण बजट प्रदान किया गया है।
मिर्जापुर को मिलेगा अत्याधुनिक नेत्र रोग विभाग
मिर्जापुर के नवनिर्मित 50 बेड के अस्पताल में नेत्र रोग विभाग स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए सरकार ने 6.01 करोड़ रुपये की प्रशासकीय एवं वित्तीय मंजूरी दी है। अस्पताल का भवन निर्माण पूरा हो चुका है, लेकिन ऑपरेशन थिएटर और आधुनिक उपकरणों के अभाव के चलते उपचार शुरू नहीं हो पा रहा था। अब आधुनिक साज-सज्जा और नेत्र ऑपरेशन की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि अस्पतालों का लगातार आधुनिकीकरण किया जा रहा है। “बीमारी की सही पहचान ही इलाज की दिशा तय करती है। आधुनिक मशीनें उपलब्ध होने से मरीजों की समय पर और सटीक जांच संभव होगी,” उन्होंने कहा।
सरकार की इस पहल से प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के मजबूत होने की उम्मीद है।
